संसद से पद्मावती तक आखिर क्यों खामोश हैं PM मोदी, जानिए वजह?

punjabkesari.in Wednesday, Nov 22, 2017 - 04:42 PM (IST)

नई दिल्ली: इस साल के आखिर तक होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव ना केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए बल्कि भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के लिए भी यह प्रतिष्ठा का प्रश्न बनता जा रहा है। बीजेपी सूबे में अपनी साख को बचाने के लिए कोई भी ऐसा कदम नहीं उठाना चाहती है जिससे की पार्टी को किसी प्रकार से नुकसान पहुंचे। साथ ही बीजेपी इसपर भी ध्यान दे रही है कि राहुल गांधी को कोई भी ऐसा मौका न मिले, जिससे की वो पार्टी की छवि जनता के सामने खराब न कर सके। हालांकि इन सबका ध्यान देने के बाद भी मोदी सरकार पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। 

जीडीपी का ताजा आंकड़ा रोका?
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अपने रिसर्च में दावा कर चुकी है कि वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 6 फीसदी से नीचे रह सकता है। हालांकि स्क्चढ्ढ रिसर्च के मुताबिक, गिरावट का यह सिलसिला चालू वित्त वर्ष की तीसरी और चौथी तिमाही के दौरान 6.5 फीसदी पर आ जाएगा, लेकिन दूसरी तिमाही के आंकड़ों के सामने सबसे बड़ी चुनौती गुजरात चुनाव है। बता दें कि चालू वित्त की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के दौरान जीडीपी आंकड़े तीन साल के न्यूनतम स्तर 5.7 फीसदी पर पहुंच गई थी, जिसके लिए नोटबंदी और जीएसटी को जिम्मेदार बताया गया। यहीं वजह है कि अर्थव्यवस्था को लेकर पीएम मोदी को लगातार विपक्षी दलों के हमलों का सामना करने पड़ता है। ऐसे में भला राहुल गांधी पीछे कैसे रह सकते हैं। मौका देखते वो भी अपना बयान जारी कर देते हैं। बता दें कि आमतौर पर दूसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़ें एक नवंबर को जारी किए जाते थे।

संसद का शीतकालीन सत्र टला?
दूसरा सवाल जो उठ रहा है तो है कि आखिर संसद का शीतकालीन सत्र क्यों टाला गया। अक्सर संसद का शीतकालीन सत्र नवंबर के तीसरे हफ्ते में शुरू हो जाता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। ऐसे में माना जा रहा है कि दिसंबर में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव को देखते हुए मोदी सरकार ने ये फैसला लिया है। दरअसल, शीतकालीन सत्र कब होगा इसपर दीपावली के आस-पास ही कैबिनेट कमेटी ऑन पॉलिटिकल अफेयर्स फैसला कर लेता है, लेकिन इस बार अभी तक फैसला नहीं किया गया है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि सत्र का एलान गुजरात चुनाव का प्रचार खत्म होने के बाद किया जाएगा।

फिल्म पद्मावती पर चुप क्यों है सरकार?
निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली की पिछले कई हफ्ते से विवादों में घिरी फिल्म पद्मावती पर आखिरी पीएम मोदी क्यों खामोश हैं, जबकि करणी सेना की तरफ से संजय लीला भंसाली पर हमला और अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की नाक काटने की धमकी तक दे दी गई है। यहां तक की फिल्म की रिलीज को भी रोक दिया गया है। ऐसे में क्या ये माना जाए की मोदी सरकार को यह डर सता रहा है कि फिल्म को लेकर अगर कोई ऐसा फैसला लिया, जिससे मामला बढ़ गया तो पार्टी को गुजरात में नुकसान पहुंचेगा। ऐसा इसलिए भी कहा जा रहा है क्योंकि देशभर से बीजेपी के सांसद, विधायक और नेता फिल्म का विरोध कर रहे हैं। दरअसल, राजपूतों का मानना है कि फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है, जिसका वो विरोध कर रहे हैं और फिल्म को बैन कराने की मांग कर रहे हैं। 


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