''PM मोदी की वजह से मिला न्याय'', सज्जन कुमार को उम्रकैद की सजा के लिए 1984 दंगा पीड़ितों ने जताया आभार
punjabkesari.in Wednesday, Feb 26, 2025 - 09:03 PM (IST)
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नई दिल्ली: 1984 के सिख विरोधी दंगों में संलिप्तता के लिए कांग्रेस के पूर्व सांसद सज्जन कुमार को हाल ही में आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद, पीड़ितों के परिवार अभी भी न्याय प्रणाली के दर्द से जूझ रहे हैं, उन्हें लगता है कि इसने उन्हें निराश किया है। हालांकि, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया कि उन्होंने उन्हें न्याय दिलाया।
हालांकि राउज एवेन्यू कोर्ट के फैसले ने कई लोगों के लिए राहत की खबर दी, लेकिन कुछ पीड़ितों को अभी भी लगता है कि यह सही न्याय नहीं है, उन्होंने मांग की कि सज्जन कुमार को मृत्युदंड जैसी कठोर सजा दी जानी चाहिए थी। कई पीड़ितों के परिवारों ने भावुक प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया और सरकार के समर्थन को स्वीकार किया।
'मारी बहू-बेटियों की इज्जत लूटी गई'
हिंसा की शिकार अतर कौर ने कहा, "कांग्रेस पार्टी ने गलत किया। हमारी बहू-बेटियों की इज्जत लूटी गई। मेरी रिश्तेदार गुरदीप कौर की हत्या हमारी आंखों के सामने ही कर दी गई। सिखों की हत्या अचानक नहीं हुई, बल्कि उन्हें निशाना बनाया गया। हमें जो अत्याचार सहने पड़े, उनका सही न्याय नहीं मिला।" कांग्रेस नेता राहुल गांधी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "वह अपनी दादी इंदिरा गांधी की हत्या की बात करते हैं, लेकिन वह हमारे दर्द को क्यों नहीं समझ सकते? दंगों की यादें आज भी हमें सताती हैं। सज्जन कुमार को फांसी होनी चाहिए थी।"
'मोदी सरकार की वजह से ही न्याय मिला'
कुलदीप कौर ने भी फैसले पर असंतोष जताते हुए कहा, "यह फैसला हमारे पक्ष में नहीं है। हमें सज्जन कुमार की फांसी की उम्मीद थी। कांग्रेस के राज में उसे संरक्षण मिला, लेकिन हम प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देना चाहते हैं कि उन्होंने सज्जन कुमार को सजा दिलाई। मोदी सरकार की वजह से ही न्याय मिला है। हम कड़ी सजा के लिए लड़ते रहेंगे और सज्जन कुमार को फांसी मिलने तक कोर्ट का दरवाजा खटखटाते रहेंगे।"
'मेरे परिवार के दो सदस्यों को जिंदा जलाया'
लक्ष्मी कौर ने भी अपने साथ हुई भयावह घटनाओं को याद किया: "मेरे परिवार के दो सदस्यों को जिंदा जला दिया गया। हम कांग्रेस सरकार के अत्याचारों को कभी नहीं भूल सकते। प्रधानमंत्री मोदी के राज में हमें न्याय की उम्मीद थी, जबकि पहले हमारी कोई नहीं सुनता था। हमें कई दिनों तक भूखा और बेघर रहना पड़ा। कांग्रेस पर लगा यह दाग कभी नहीं मिटेगा।"
'BJP सत्ता में नहीं होती तो सज्जन कुमार दोषी नहीं ठहराया जाता'
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के आत्मा सिंह ने और अधिक जवाबदेही की मांग की, खासकर कांग्रेस नेता कमल नाथ से। उन्होंने कहा, "जो लोग दोषी हैं, उन्हें सजा मिलनी चाहिए। अगर प्रधानमंत्री मोदी की सरकार सत्ता में नहीं आती, तो सज्जन कुमार को कभी दोषी नहीं ठहराया जाता। हम प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन के कारण ही जीवित हैं। हमें डेढ़ साल तक भोजन के लिए भीख मांगनी पड़ी, और यह सब कांग्रेस सरकार की हरकतों की वजह से हुआ। हमने इंदिरा गांधी को नहीं मारा, तो हमारे परिवारों को क्यों मारा गया?"