राम भक्तों के लिए खुशखबरी! 6 स्लॉट में 1800 भक्त कर सकेंगे दर्शन

punjabkesari.in Sunday, Jun 15, 2025 - 10:47 AM (IST)

नेशनल डेस्क: अयोध्या में राम भक्तों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है! अब आप राम मंदिर की पहली मंजिल पर स्थित भव्य राम दरबार के दर्शन भी कर पाएंगे। यह नई व्यवस्था कल, शनिवार देर शाम (जून 14, 2025), से शुरू कर दी गई है। पहले सिर्फ बाल स्वरूप रामलला के दर्शन होते थे, लेकिन अब आप राजा राम, माता सीता, लक्ष्मण जी और हनुमान जी के पूरे राम दरबार के दर्शन कर सकेंगे। यह खबर सुनकर भक्तों में जबरदस्त उत्साह है।

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राम दरबार के दर्शन के लिए लेनी होगी 'पास'

रामलला के दर्शन की तरह ही, राम दरबार के दर्शन के लिए भी आपको पास लेना होगा। यह व्यवस्था भक्तों की सुविधा और दर्शन को सुव्यवस्थित बनाने के लिए की गई है। एक दिन में 6 स्लॉट, हर दो घंटे में 300 श्रद्धालु। राम मंदिर ट्रस्ट ने दर्शन को आसान बनाने के लिए पूरे दिन को छह स्लॉट में बांटा है। हर स्लॉट दो घंटे का होगा और इसमें अधिकतम 300 श्रद्धालु राम दरबार के दर्शन कर पाएंगे।

दर्शन का समय निर्धारित:

  • सुबह 7:00 बजे से 9:00 बजे तक
  • सुबह 9:00 बजे से 11:00 बजे तक
  • दोपहर 1:00 बजे से 3:00 बजे तक
  • दोपहर 3:00 बजे से 5:00 बजे तक
  • शाम 5:00 बजे से 7:00 बजे तक
  • रात 7:00 बजे से 9:00 बजे तक
  • पास की व्यवस्था: जिला प्रशासन और ट्रस्ट के बीच बंटवारा

हर स्लॉट के लिए कुल 300 पास जारी किए जाएंगे। इन पासों को दो हिस्सों में बांटा गया है-

  • 150 पास जिला प्रशासन को मिलेंगे
  • 150 पास श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को मिलेंगे

इन 150 पासों में से भी दो श्रेणियां बनाई गई हैं-

 100 पास विशेष दर्शन के लिए होंगे, जबकि 50 पास आसान पहुंच (easy access) वाले दर्शन के लिए होंगे। यह व्यवस्था भक्तों को बेहतर और शांतिपूर्ण दर्शन अनुभव देने के लिए की गई है।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मीडिया प्रभारी, शरद शर्मा, ने बताया कि इस नई व्यवस्था का उद्देश्य श्रद्धालुओं को एक सुव्यवस्थित और सहज दर्शन अनुभव प्रदान करना है.

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5 जून को हुई थी राम दरबार की प्राण-प्रतिष्ठा

आपको बता दें कि राम दरबार का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह 5 जून को संपन्न हुआ था। इस दौरान श्रीराम के राजसी स्वरूप के साथ-साथ राम जन्मभूमि परिसर में बने आठ नए मंदिरों में भी देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित की गई थीं। राम दरबार में भगवान श्रीराम के साथ माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान जी की प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। ट्रस्ट के अनुसार, मंदिर परिसर में अन्य देवताओं की भी प्रतिष्ठा की गई है, जिनमें पूर्वोत्तर कोने में भगवान शिव, दक्षिण-पूर्व में भगवान गणेश, दक्षिण में हनुमान जी, दक्षिण-पश्चिम में सूर्यदेव, उत्तर-पश्चिम में भगवती देवी, और उत्तर में माता अन्नपूर्णा शामिल हैं।

भव्य नागर शैली में बना है राम मंदिर

अयोध्या का यह भव्य राम मंदिर पारंपरिक नागर शैली में बना है। इसकी लंबाई 360 फीट, चौड़ाई 235 फीट और ऊंचाई 161 फीट है। यह 2.77 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है और तीन मंजिला संरचना में निर्मित है। इसमें कुल 392 नक्काशीदार स्तंभ और 44 द्वार हैं, जो हिंदू देवी-देवताओं की समृद्ध मूर्तिकला को दर्शाते हैं।

 

 

 

 


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News Editor

Radhika

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