Gold Rate: धनतेरस से पहले सस्ता हुआ सोना, चांदी के दामों में उतार-चढ़ाव

punjabkesari.in Thursday, Oct 16, 2025 - 08:04 PM (IST)

नेशनल डेस्कः धनतेरस से पहले ग्राहकों के लिए बड़ी राहत की खबर है। दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर से नीचे आ गई हैं, जबकि चांदी के दामों में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। त्योहारों के इस मौसम में, जब सोना-चांदी खरीदना शुभ माना जाता है, ऐसे में कीमतों में आई यह गिरावट आम लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।

दिल्ली में सस्ता हुआ सोना

अखिल भारतीय सर्राफा संघ (AISC) के मुताबिक, दिल्ली के सर्राफा बाजार में गुरुवार को 24 कैरेट शुद्धता वाले सोने की कीमत 200 रुपये की गिरावट के साथ 1,31,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई। इससे पहले यह दर 1,31,800 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी। वहीं, 99.5% शुद्धता वाला सोना भी 200 रुपये सस्ता होकर 1,31,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया है। इससे पहले यह 1,31,200 रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ था।

चांदी के दामों में भारी उछाल

उधर, चांदी की कीमतों में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिला। एक तरफ जहां स्थानीय बाजार में चांदी की कीमत में 2,000 रुपये की तेजी आई और यह 1,84,000 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर के करीब पहुंच गई, वहीं दूसरी ओर इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के आंकड़ों के मुताबिक चांदी के दामों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। 15 अक्टूबर को चांदी की कीमत जहां 1,76,467 रुपये प्रति किलोग्राम थी, वहीं 16 अक्टूबर की शाम तक यह घटकर 1,68,083 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। 

विदेशी बाजारों में भी सोने की चमक बरकरार

विदेशी बाजारों में भी सोने की चमक बरकरार है। हाजिर सोना लगभग 1% की बढ़त के साथ $4,246.08 प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। यह तेजी अमेरिका में जारी राजकोषीय संकट और वैश्विक तनाव के चलते निवेशकों के सुरक्षित निवेश की ओर झुकाव के कारण आई है। वहीं, हाजिर चांदी $53.05 प्रति औंस पर बनी रही। मंगलवार को यह $53.62 प्रति औंस के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई थी।

जानकारों की राय

कमोडिटी और करेंसी मामलों के विशेषज्ञ, एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष जतिन त्रिवेदी का कहना है कि अमेरिकी राजकोषीय संकट और वैश्विक तनावों के चलते सुरक्षित निवेश में तेजी आई है, जिससे सोने की कीमतों को बल मिला है। कोटक सिक्योरिटीज की एवीपी कायनात चैनवाला का कहना है कि बाजार की धारणा इस अनुमान पर आधारित है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व इस साल के अंत तक ब्याज दरों में कटौती कर सकता है।

कमोडिटी बाजार के जानकारों के अनुसार, भले ही कभी-कभार मुनाफावसूली देखने को मिले, लेकिन सोने और चांदी का दीर्घकालिक रुझान अब भी तेजी का है, जिसे आर्थिक और भू-राजनीतिक परिस्थितियों से समर्थन मिल रहा है।
 


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Content Editor

Sahil Kumar

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