प्रेमिका का कत्ल, कातिल ने लाश के साथ बिताए दो दिन ? ऑनलाइन मंगाई रस्सी और चाकू से गोदा जिस्म
punjabkesari.in Friday, Nov 29, 2024 - 04:36 PM (IST)
नेशनल डेस्क: बेंगलुरू के इंदिरानगर में स्थित होटल रॉयल लिविंग में 19 वर्षीय माया गोगोई डेका की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। माया की लाश होटल के कमरे में पड़ी मिली, और सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि उसके कातिल ने लाश के साथ दो दिन तक उस कमरे में बिताए, जबकि शव से बदबू आने लगी थी। पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि वह कातिल आरव ने लाश के साथ दो दिन क्यों बिताए और क्या उसकी हत्या की योजना पहले से थी?
होटल में मिली माया की लाश
माया गोगोई डेका असम की रहने वाली थीं और बेंगलुरू में एक एजुकेशन कंसलटेंसी फर्म में काम करती थीं। 23 नवंबर को माया और उसके प्रेमी आरव हनोय ने बेंगलुरू के होटल रॉयल लिविंग में चेक-इन किया। दोनों ने एक रात का स्टे बुक किया, लेकिन अगले दिन आरव ने अपना स्टे एक और दिन के लिए बढ़वा लिया। 25 नवंबर को आरव ने फिर से होटल स्टाफ से चेक-आउट की तारीख बढ़ाई और कहा कि वे 26 नवंबर को दोपहर तक चेक-आउट करेंगे। हालांकि, 26 नवंबर को जब होटल स्टाफ ने कमरे में फोन किया, तो फोन कोई नहीं उठा सका। इसके बाद होटल के एक कर्मचारी ने कमरे का दरवाजा खोला और अंदर का मंजर देखकर चौंक गया। बेड पर माया की लाश पड़ी हुई थी और कमरे में खून के धब्बे फैले हुए थे। लाश कंबल से ढकी हुई थी, लेकिन उसे देखकर अंदाजा लगाया गया कि माया की मौत कम से कम दो दिन पहले हुई थी।
आरव का होटल से फरार होना
26 नवंबर की सुबह, आरव होटल से अकेले बाहर निकला। वह सिर पर सफेद टोपी पहने हुए था और उसके पास बैग नहीं था। पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज की जांच की, तो पाया कि आरव और माया 23 नवंबर को होटल पहुंचे थे, और आरव ने चेक-इन के समय अपना चेहरा छिपाने की कोशिश की थी। इसके बाद, 26 नवंबर को वह होटल से बिना बैग के बाहर निकला और बाद में उसने अपना मोबाइल बंद कर लिया।
हत्या में इस्तेमाल सामग्री और साक्ष्य
पुलिस ने होटल के कमरे में एक नाइलोन की रस्सी और एक पैकेट पाया, जिसमें यह रस्सी ऑनलाइन मंगाई गई थी। यह रस्सी उसी होटल के पते पर भेजी गई थी, जिससे यह शक हुआ कि आरव ने पहले से इस हत्या की योजना बनाई थी। इसके अलावा, माया के शरीर पर चाकू से कम से कम दस वार किए गए थे। पुलिस ने पाया कि माया के मोबाइल का आखिरी कॉल और मैसेज 24 नवंबर को आया था, और उसके बाद उसका मोबाइल स्विच ऑफ था।
आरव और माया की मुलाकात और रिश्ते का इतिहास
माया और आरव की मुलाकात सोशल मीडिया के जरिए छह महीने पहले हुई थी। दोनों के बीच दोस्ती हुई और फिर यह दोस्ती प्यार में बदल गई। आरव केरल के कुन्नूर का रहने वाला था और इस साल बेंगलुरू आकर एक काउंसलर के रूप में काम करने लगा था। माया और आरव अक्सर मिलते थे, और दोनों के बीच कई बार चैटिंग और कॉल्स होती थीं। आरव के बारे में पुलिस ने जांच की तो पता चला कि वह बहुत ज्यादा पैसे नहीं कमाता था, और यही कारण हो सकता है कि वह भागने के बाद ज्यादा दूर नहीं जा सका।
पुलिस की जांच और सवालों के घेरे में आरव
पुलिस ने आरव के कॉल डिटेल्स (CDR) की जांच की, जिससे यह पता चला कि 26 नवंबर को होटल से बाहर निकलने के बाद आरव ने एक कैब बुक किया था, जो उसे रेलवे स्टेशन ले जाने के लिए थी। हालांकि, उसके बाद उसने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया। अब पुलिस का मानना है कि आरव ने पूरी प्लानिंग के साथ माया को मारने के लिए होटल में चेक-इन किया था, और उसका चेहरा छिपाने के लिए उसने सफेद टोपी पहनी थी। सबसे बड़ा सवाल यह है कि आरव ने माया की हत्या के बाद दो दिन तक लाश के साथ क्यों रुका? क्या वह शव को ठिकाने लगाने की योजना बना रहा था, लेकिन फिर जब उसे लगा कि यह मुमकिन नहीं है, तो उसने भागने का फैसला किया? पुलिस इस पहलू पर भी जांच कर रही है।
फरार कातिल की तलाश
पुलिस के मुताबिक आरव के पास ज्यादा पैसे नहीं हैं, इसलिए वह बहुत दूर तक नहीं भाग सकता। उसके पास जो कुछ भी था, वह सब होटल से बाहर जाने के बाद उसने छोड़ दिया था। पुलिस का कहना है कि आरव की तलाश जारी है, और जल्द ही वह पकड़ में आ सकता है। माया और आरव के बीच रिश्ते की जटिलताओं और हत्या के पीछे के कारणों का खुलासा तब होगा, जब पुलिस आरव को गिरफ्तार कर सकेगी। माया का परिवार इस पूरे मामले से सदमे में है, और वे यह जानने के लिए बेताब हैं कि उनकी बेटी की हत्या क्यों की गई। पुलिस का कहना है कि जैसे ही आरव की गिरफ्तारी होगी, यह मामला और भी स्पष्ट हो जाएगा। यह मामला एक सशक्त प्रेम कहानी से शुरू हुआ था, लेकिन अंत में यह एक खौ़फनाक और दर्दनाक हत्या में बदल गया। पुलिस अब इस हत्या के सभी पहलुओं की जांच कर रही है और उम्मीद जताई जा रही है कि आरव जल्द ही गिरफ्तार होगा।