पोलिश पत्रकार ने पुतिन-मोदी पर पूछा ऐसा सवाल, गुस्से से तिलमिला उठे ट्रंप, बोले- ‘आप दूसरी नौकरी ढूंढ लें…’
punjabkesari.in Thursday, Sep 04, 2025 - 12:32 PM (IST)

International Desk: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अपने तीखे बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। दरअसल, पोलैंड के राष्ट्रपति करोल नवरोकी के साथ व्हाइट हाउस में बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक पोलिश पत्रकार ने उनसे रूस और भारत को लेकर सवाल पूछा। पत्रकार ने जानना चाहा कि पुतिन के खिलाफ नाराजगी जताने के बावजूद अमेरिका ने कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया। इस सवाल पर ट्रंप बौखला गए और पत्रकार को नसीहत देते हुए कह दिया— "आप जाकर कोई दूसरी नौकरी ढूंढ लें।"
पत्रकार ने सवाल किया कि अमेरिका ने रूस पर अब तक गंभीर कार्रवाई क्यों नहीं की।इस पर ट्रंप ने नाराजगी दिखाते हुए कहा-"आपको कैसे पता कि कार्रवाई नहीं हुई? क्या भारत पर लगाए गए प्रतिबंध आपको कोई कदम नहीं लगते? अगर आपको यह समझ नहीं आ रहा तो आप कोई और नौकरी ढूंढ लीजिए।"ट्रंप का इशारा भारत पर लगाए गए द्वितीयक प्रतिबंधों और टैरिफ की ओर था।
भारत पर अमेरिकी प्रतिबंध और टैरिफ
ट्रंप ने खुलासा किया कि उनकी सरकार ने भारत पर 25% का रेसीप्रोकल टैरिफ लगाया है। इसके अलावा, रूस से आयातित तेल पर 25% अतिरिक्त टैरिफ भी लागू किया गया है। यह नियम 27 अगस्त से प्रभावी हो गया है। कुछ भारतीय उत्पादों पर संयुक्त टैरिफ दर 50% तक पहुंच गई है, जिससे भारत की अमेरिकी बाजार में प्रतिस्पर्धा मुश्किल हो गई है।
रूस के सहयोगियों पर दबाव बनाने की रणनीति
ट्रंप ने कहा कि अमेरिका की नीति सिर्फ रूस ही नहीं बल्कि उसके सहयोगियों को भी आर्थिक रूप से दबाव में लाने की है। उनके अनुसार, भारत समेत जो देश रूस से व्यापार कर रहे हैं, उन्हें अब आर्थिक कीमत चुकानी होगी। उन्होंने दावा किया कि उनके प्रतिबंधों के चलते रूस को पहले ही सैकड़ों अरब डॉलर का नुकसान हो चुका है। साथ ही, ट्रंप ने यह भी संकेत दिया कि रूस से जुड़े देशों पर दूसरे और तीसरे चरण के प्रतिबंध भी लगाए जा सकते हैं।
चीन की परेड और वैश्विक संदेश
यह पूरा विवाद ऐसे समय में उठा जब बीजिंग में हाई-प्रोफाइल सैन्य परेड में पुतिन, किम जोंग उन और शी जिनपिंग एक साथ मंच पर दिखे। यह तस्वीर दुनिया को रूस-चीन-उत्तर कोरिया की नजदीकियों का साफ संदेश दे रही थी। इसी संदर्भ में ट्रंप से सवाल किया गया था, जिस पर उन्होंने भारत पर लगाए गए प्रतिबंधों का हवाला दिया।