Generation BETA: आधी रात के तीन मिनट बाद,12:03 बजे हुआ ‘जेनरेशन बीटा’ दौर का पहला बेबी

punjabkesari.in Tuesday, Jan 07, 2025 - 09:10 AM (IST)

नेशनल डेस्क:  1 जनवरी 2025 से ‘जेनरेशन बीटा’ का दौर शुरू हो गया है, और इस पीढ़ी के पहले बच्चे का जन्म मिजोरम की राजधानी आइजोल में हुआ। नवजात का नाम फ्रेंकी रखा गया है, जिसका जन्म आधी रात के तीन मिनट बाद, 12:03 बजे हुआ। यह पीढ़ी तकनीकी युग में जन्मी नई पीढ़ी को परिभाषित करती है, जिसमें आधुनिक डिजिटल सुविधाएं और तकनीकी प्रगति जीवन का अभिन्न हिस्सा होंगी।
 
‘Generation BETA’ को उस पीढ़ी के रूप में पहचाना गया है जो पूरी तरह तकनीक और डिजिटल सुविधाओं के बीच विकसित होगी। इन बच्चों की परवरिश एक ऐसी दुनिया में होगी, जहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), रोबोटिक्स, वर्चुअल रियलिटी (VR), और ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) जैसी आधुनिक तकनीकें उनकी शिक्षा और जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा होंगी।

इससे पहले 2013 से 2024 के बीच जन्म लेने वाले बच्चों को ‘जेनरेशन अल्फा’ कहा गया था, जो हाई-स्पीड इंटरनेट और स्मार्ट डिवाइसेज के साथ बड़े हुए। 1995 से 2012 तक की ‘जेनरेशन जेड’ वैश्विक कनेक्टिविटी के युग में विकसित हुई, जबकि 1981 से 1996 तक ‘जेनरेशन वाई’ ने तकनीकी बदलावों के साथ खुद को ढाला।

Generation BETA: तकनीकी युग की नई शुरुआत
‘जेनरेशन बीटा’ नाम ऑस्ट्रेलिया के समाज विज्ञानी मार्क मैक्रिंडल द्वारा गढ़ा गया है। उनके अनुसार, यह पीढ़ी तकनीकी उन्नति के लिहाज से अत्यधिक महत्वपूर्ण होगी। इन बच्चों के लिए हर सुविधा महज एक क्लिक की दूरी पर होगी, और तकनीक उनकी सोच और जीवन का प्रमुख केंद्र बनेगी।

पीढ़ियों का सांस्कृतिक और तकनीकी आधार
समाज विज्ञानियों के अनुसार, हर पीढ़ी का नामकरण उस दौर की प्रमुख सांस्कृतिक, आर्थिक और तकनीकी घटनाओं के आधार पर किया जाता है। उदाहरण के लिए, 1901 से 1924 के बीच पैदा हुई पीढ़ी को ‘ग्रेटेस्ट जेनरेशन’ कहा गया, जिसने महामंदी और द्वितीय विश्व युद्ध का सामना किया।

‘Generation BETA’ की शुरुआत 1 जनवरी 2025 से हो गई है, और यह 2039 तक चलने वाली पीढ़ी होगी। यह पीढ़ी अपने स्मार्ट दृष्टिकोण, तकनीकी समझ और आधुनिक जीवनशैली के लिए पहचानी जाएगी।


 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Anu Malhotra

Related News