GeM ने स्टार्टअप इंडिया को सशक्त बनाया: 38,500 करोड़ रुपये की खरीद, 30,000 स्टार्टअप जुड़े
punjabkesari.in Tuesday, Apr 08, 2025 - 07:53 PM (IST)

नेशनल डेस्क : नई दिल्ली में 5 अप्रैल को स्टार्टअप महाकुंभ 2025 का शानदार समापन हुआ। तीन दिन तक चले इस बड़े इवेंट में देशभर से स्टार्टअप, इन्वेस्टर्स, सरकारी अफसर और इनोवेटर्स शामिल हुए। इस आयोजन का खास आकर्षण रहा सरकारी ई-मार्केटप्लेस (GeM), जो एक मजबूत पार्टनर के रूप में सामने आया और स्टार्टअप्स को सरकारी खरीद प्रणाली से जोड़ने में बड़ी भूमिका निभाई।
GeM की क्या रही भूमिका?
GeM का स्टॉल इवेंट का सबसे सक्रिय और व्यस्त हिस्सा बना रहा।
- 2500 से ज्यादा स्टार्टअप्स ने सवाल पूछे और समाधान पाए
- 1000 से ज्यादा स्टार्टअप्स ने GeM पर रजिस्ट्रेशन करवाया
- GeM ने स्टार्टअप्स को दिखाया कि सरकारी खरीद अब आसान और फायदेमंद हो चुकी है
GeM का फोकस था "आत्मनिर्भर भारत के लिए अवसर" को बढ़ावा देना। इसके तहत उन्होंने स्टार्टअप फाउंडर्स, इन्वेस्टर्स और सरकारी अधिकारियों से सीधा संवाद किया।
क्या-क्या हुआ खास?
- GeM मंडप में इंटरएक्टिव वर्कशॉप, लाइव डेमो, और मेंटॉरिंग सेशन हुए
- GeM ने 1500 से ज्यादा सेशंस का आयोजन किया — जिसमें ट्रेनिंग, जानकारी और गाइडेंस शामिल थे
- 70+ स्टार्टअप्स को GeM मंडप में जगह दी गई, जिनमें से 30 “स्टार्ट-ओ-नॉट्स चैलेंज” के विजेता थे।
इन स्टार्टअप्स को सरकारी खरीदारों से सीधा मिलने और बातचीत करने का मौका मिला।
GeM के सीईओ का संदेश: GeM के सीईओ अजय भादू ने कहा, “हमें मिलकर आत्मनिर्भर भारत और स्टार्टअप ग्रोथ को आगे ले जाना है। सरकारी खरीद इसमें बड़ी भूमिका निभा सकती है।”
भारत सरकार का स्टार्टअप को बढ़ावा देने का मिशन
GeM का यह काम भारत सरकार की बड़ी रणनीति का हिस्सा है।
- Startup India (2016) योजना से स्टार्टअप को टैक्स छूट, फंडिंग और रजिस्ट्रेशन में सहूलियत मिलती है।
- अटल इनोवेशन मिशन स्कूल और कॉलेज में इनोवेशन को बढ़ावा दे रहा है।
- SIDBI और MeitY जैसी संस्थाएं भी फंडिंग और टेक स्टार्टअप को सपोर्ट कर रही हैं।