कट्टरवादी गिलानी बोले : वार्ता के लिए कभी भीख नहीं मांगेंगे

punjabkesari.in Monday, May 01, 2017 - 11:35 PM (IST)

श्रीनगर : केन्द्रीय सरकार द्वारा अलगाववादियों से वार्ता से इंकार किए जाने के बाद हुर्रियत कांफ्रैंस (जी) चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी ने सोमवार को वह वार्ता के लिए कभी भीख नहीं मांगेंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय नेतृत्व द्वारा पिछले सात दशकों से सैन्य ताकत का उपयोग करने के बावजूद कश्मीर मुद्दे को नहीं हल कर सकी है। गिलानी ने पी.डी.पी. पर नई दिल्ली से पक्षधर पाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इससे कश्मीरी मुद्दे के बारे में वैधता पर कम से कम प्रभाव पड़ता है।


उन्होंने कहा कि हम वार्ता के लिए कभी भीख नहीं मांगेंगे। हालांकि, पी.डी.पी. तनाव में है पर अफसोस इस बात का है कि वो कोई शर्म महसूस नहीं कर रही है। एक बयान में गिलानी ने द्विपक्षीय वार्ता को पूरी तरह से खारिज करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान या दिल्ली और श्रीनगर के बीच वार्ताएं बेकार हैं जब तक संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव के माध्यम से मुद्दे का समाधान नहीं किया जाता है। भारत द्वारा राज्य प्रायोजित हिंसा को छोडऩे की जरुरत है और जम्मू कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों का सम्मान और पालन करने की जरुरत हैं।

भाजपा के बयानों की निंदा
गिलानी ने भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष और महा सचिव राम माधव के बयानों को खारिज करते हुए कहा कि उनके उकसाने वाले और उग्र भाषणों के माध्यम से वे पीडीपी को डरा सकते हैं पर हम इन बयानों से नहीं डरते हैं।

पी.डी.पी. नेतृत्व पर बरसते हुए गिलानी ने कहा कि अस्तित्व और केवल राजनीतिक लाभ के लिए वह वार्ता के लिए भीख मांग रहे हैं। उनके लिए बेहतर होगा कि वह गठबंधन को छोड़ दें। हालांकि, वह न तो नैतिकता और न ही अंतरात्मा का पालन करेंगे।

 


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