तुम्हारे पति कोमा में हैं, बोल नहीं सकते- इलाज के लिए पैसों का इंतजाम कर रही थी पत्नी, ICU से भागता हुआ बाहर आया पति....

punjabkesari.in Thursday, Mar 06, 2025 - 01:37 PM (IST)

नेशनल डेस्क: मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के जीडी हॉस्पिटल में एक मरीज को कथित तौर पर बंधक बनाए जाने का मामला सामने आया है। आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने आईसीयू में भर्ती मरीज बंटी निनामा को जबरन रोक रखा था और उसकी पत्नी से इलाज के नाम पर पैसे की मांग की। मामला तब उजागर हुआ जब बंटी खुद आईसीयू से बाहर निकल आया और अपनी आपबीती सुनाई। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में बंटी को अर्धनग्न अवस्था में देखा गया, जिससे अस्पताल प्रशासन पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।

क्या है पूरा मामला?

बंटी निनामा को 2 मार्च की रात एक विवाद में चोट लगने के बाद रतलाम के जीडी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उनकी पत्नी लक्ष्मी निनामा का आरोप है कि अस्पताल ने पहले ही उनसे पैसे जमा करवा लिए और बाद में कहा कि उनके पति कोमा में हैं, रीढ़ की हड्डी टूट गई है और वह बोलने की स्थिति में नहीं हैं। लेकिन जब वह पैसों का इंतजाम कर वापस लौटीं, तो बंटी खुद आईसीयू से बाहर आ गया और बताया कि उसे जबरदस्ती बंधक बनाया गया था।

मरीज का आरोप – हाथ-पैर बांधकर रखा गया

बंटी निनामा ने आरोप लगाया कि वह होश में आने के बाद अपने परिवार से मिलने की गुहार लगा रहा था, लेकिन अस्पताल ने उसे रोक रखा था। उसके हाथ-पैर रस्सियों से बांध दिए गए थे और उसे बाहर नहीं निकलने दिया गया। अस्पताल से बाहर निकलते ही उसने इस बात की जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची।

अस्पताल का बचाव

गीडी हॉस्पिटल के मैनेजर नंदकिशोर पाटीदार ने सफाई देते हुए कहा कि बंटी को सिर्फ उसकी सुरक्षा के लिए बांधा गया था, ताकि वह खुद को नुकसान न पहुंचा सके। अस्पताल प्रशासन का दावा है कि बंटी ने स्टाफ के साथ गाली-गलौज की और कैंची उठाकर हमला करने की कोशिश की। इसके बाद उसने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की और अस्पताल से बाहर निकल गया।

जांच में जुटा स्वास्थ्य विभाग

मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है। अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज जब्त कर लिए गए हैं और अस्पताल प्रबंधन के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। जांच में अस्पताल को दोषी पाए जाने पर नर्सिंग होम अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।

उप मुख्यमंत्री तक पहुंचा मामला

मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है। यदि अस्पताल पर लगे आरोप सही पाए जाते हैं तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस तरह की लापरवाही और दुर्व्यवहार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रतलाम के इस अस्पताल में मरीज के साथ हुए कथित दुर्व्यवहार ने स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब सबकी नजरें जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे यह साफ हो सकेगा कि अस्पताल प्रशासन ने मरीज के साथ ज्यादती की या नहीं। 


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Content Writer

Anu Malhotra

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