Ram Mandir: कचरा बीनने वाली बिहुला बाई को मिला प्राण प्रतिष्ठा का न्योता, वजह जान आप भी कहेंगे 'जय श्री राम'
punjabkesari.in Thursday, Jan 11, 2024 - 04:27 PM (IST)
नेशनल डेस्क: भगवान राम 22 जनवरी को अयोध्या में अपने भव्य मंदिर में विराजेंगे। प्रभु श्री राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है। कई बड़ी हस्तियों और वीवीआईपी लोगों को न्योता दिया जा रहा है। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ के राजिम में कचरा बीनने वाली वृद्ध महिला बिहुला बाई को श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का न्योता मिला है।
दान में दिए इतने रुपए
बता दें कि, एक साल पहले जब श्री राम मंदिर निर्माण के लिए समर्पण निधि का काम चल रहा था, तब दिन भर कचरा बिनकर 40 से 50 रुपए कमाकर जीवन गुजारने वाली वृद्व बिहुला बाई ने 20 रुपए राम मंदिर निर्माण के लिए दान दिए थे। हालांकि ये राशि बहुत ही छोटी है लेकिन उक्त उनकी भावनाएं का स्तर बहुत ऊंचा था। उनकी इसी भावना को देखते और समर्पण के देखते हुए हिन्दू संगठनों द्वारा श्री राम जी के अक्षत कलश जब धर्म नगरी राजिम पहुंचा तो उसे लेकर बिहुला बाई के झोपड़ी पहुंचे और उन्हें श्री राम जी के दर्शन का न्योता दिया।
न्योता मिलने के बाद भावुक हुई बिहुला बाई
हिन्दू संगठनों की ओर से न्योता मिलने के बाद बिहुला बाई भी काफी खुश है। न्योता मिलने के बाद बिहुला बाई भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि अब जीवन में खुशियां की बहार आ गई है। वृद्व महिला के अलावा उनका पूरा परिवार भगवान राम जी के दर्शन को लेकर काफी उत्साहित है। हिन्दू संगठन से जुड़े कार्यकर्ता ने बताया कि अक्षत कलश के साथ विहिप के प्रदेश पदाधिकारी भी बिहुला के निवास में पहुंचकर उन्हें अयोध्या में श्री राम जी के दर्शन का न्योता दिया है।
तेजी से चल रही कार्यक्रम की तैयारी
बता दें कि रामनगरी अयोध्या में रामललला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियां तेजी से चल रही है। राम मंदिर के गर्भगृह में सोने से जड़े दरवाजे भी लगाए जा रहे हैं। अभी तक करीब चार दरवाजे लगाए जा चुके हैं। 10 दरवाजे और लगाए जाने बाकी हैं। इनकी कीमत करोड़ों रुपए बताई जा रही है। अयोध्या की नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 84 सेकंड का शुभ मुहूर्त निकाला गया है. यह शुभ समय 22 जनवरी 2024 को 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक का तय किया गया है।