राहुल की फीस को लेकर बिगड़े थे गांधी-बच्चन परिवार के रिश्ते, अमिताभ को राजीव गांधी ने कह दिया था 'सा
punjabkesari.in Sunday, Jul 04, 2021 - 10:39 AM (IST)
नेशनल डेस्क: लंबे समय तक एक-दूसरे के बेहद करीब रहे देश के प्रतिष्ठित गांधी-नेहरू और बच्चन परिवार में आई खटास को लेकर यूं तो कई प्रकार के दावे किए जाते रहे हैं, लेकिन हाल ही में प्रकाशित एक किताब में खुलासा किया गया है कि एक छोटी-सी घटना ने उनके रिश्तों में तल्खी की ऐसी कील ठोंकी कि दोनों परिवारों के दरवाजे एक-दूसरे के लिए बंद हो गए। वरिष्ठ पत्रकार व पूर्व सांसद संतोष भारतीय की नई किताब ‘वी.पी. सिंह, चंद्रशेखर, सोनिया गांधी और मैं’ में दावा किया गया है कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की पढ़ाई के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अमिताभ बच्चन से शुल्क का इंतजाम करने को कहा था लेकिन उन्होंने इसमें आनाकानी की। लेखक के मुताबिक पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के बाद सोनिया गांधी अपने पुत्र राहुल की पढ़ाई को लेकर बहुत चिंतित थीं जो उन दिनों लंदन में पढ़ाई कर रहे थे और उन्होंने अपनी इस चिंता से अमिताभ बच्चन को अवगत कराया।
सोनिया गांधी को सुनने के बाद अमिताभ बच्चन ने कहा, ‘‘पैसे तो ललित सूरी और सतीश शर्मा ने गड़बड़ कर दिए। कुछ है ही नहीं लेकिन मैं कुछ करूंगा।’ सूरी और शर्मा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे और उन्हें राजीव गांधी का बेहद करीबी माना जाता था। अमिताभ बच्चन ने 2 दिन बाद सोनिया के पास 1000 डॉलर (वर्तमान में लगभग 74,500 रुपए) का चैक भिजवाया लेकिन उन्होंने इसे वापस लौटा दिया था। पुस्तक के मुताबिक सोनिया गांधी इस घटना को कभी भूल नहीं पाईं और उन्होंने इसे अपना अपमान मान अमिताभ बच्चन को हमेशा के लिए अपनी जिंदगी से निकाल दिया। किताब में कई अन्य अहम सियासी घटनाओं का भी जिक्र किया गया है।
किताब में दावा किया गया कि गांधी-नेहरू और बच्चन परविरा में दूरियां वैसे राजीव गांधी के समय ही बढ़नी शुरू हो गई थीं। राजीव गांदी ने एर बार अमिताभ बच्चन को सांप तक कह दिया था। राजीव तब विपक्ष के नेता थे और अमिताभ उनसे मिलने आए थे। जब अमिताभ चले गए तो राजीव ने कहा 'ही इज अ स्नेक', मतलब वह सांप है। किताब में दावा किया गया है कि इस घटना के वक्त तब एक पत्रकार के रूप में वहां कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला भी मौजूद थे।