राहुल गांधी से लेकर ममता बनर्जी समेत कई नेताओं ने रतन टाटा को दी श्रद्धांजलि, पूरे देश में शोक!

punjabkesari.in Thursday, Oct 10, 2024 - 03:35 AM (IST)

नेशनल डेस्कः देश के मशहूर उद्योगपति रतन टाटा का निधन हो गया है। उन्होंने 86 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे और उनका मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में इलाज चल रहा था। उधर रतन टाटा के निधन की खबर सामने आते ही पूरे देश में शोक की लहर है। पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई दिग्गज नेताओं और शख्सियतों ने शोक प्रकट किया है। 

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'रतन टाटा एक दूरदर्शी व्यक्ति थे। उन्होंने व्यापार और परोपकार दोनों पर अमिट छाप छोड़ी है। उनके परिवार और टाटा समुदाय के प्रति मेरी संवेदनाएं।' 

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, 'दिग्गज उद्योगपति और सच्चे राष्ट्रवादी, श्री रतन टाटा जी के निधन से बहुत दुःख हुआ। उन्होंने निस्वार्थ भाव से अपना जीवन हमारे राष्ट्र के विकास के लिए समर्पित कर दिया। जब भी मैं उनसे मिला, भारत और उसके लोगों की बेहतरी के लिए उनके उत्साह और प्रतिबद्धता ने मुझे चकित कर दिया। हमारे देश और उसके लोगों के कल्याण के लिए उनकी प्रतिबद्धता ने लाखों सपनों को जन्म दिया। समय रतन टाटा जी को उनके प्यारे देश से दूर नहीं कर सकता। वह हमारे दिलों में जीवित रहेंगे। टाटा समूह और उनके अनगिनत प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएँ। ओम शांति शांति शांति' 

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, 'टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा के निधन से दुखी हूं। टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन भारतीय उद्योगों के अग्रणी नेता और जनहितैषी परोपकारी व्यक्ति थे। उनका निधन भारतीय व्यापार जगत और समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति होगी। उनके सभी परिवार के सदस्यों और सहयोगियों के प्रति मेरी संवेदनाएं।' 

नितिन गडकरी ने रतन टाटा के निधन पर जताया दुख
देश के महान सुपुत्र रतन टाटा जी के निधन का समाचार सुन कर स्तब्ध हूं। रतन टाटा जी से तीन दशकों से अधिक का अत्यंत घनिष्ट पारिवारिक संबंध रहा है। इतने बड़े व्यक्ति की सादगी, उनकी सहजता, अपने से छोटे का भी सम्मान करना, ये सारे गुण मैने काफी नज़दीक से देखे और अनुभव किए है। मुझे अपने जीवन में उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला। देश के सबसे बड़े व्यावसायी के नाते देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में, रोजगार निर्माण करने में उनका बड़ा योगदान है। वो परम देश भक्त होने के साथ साथ उसुलों पर चलने वाले इन्सान थे। जितने बड़े व्यावसायी थे, उससे भी बड़े संवेदनशील समाजसेवी थे। उनके निधन से भारत ने एक आदर्श और कर्तृत्ववान सुपुत्र को खोया है. ये देश रतन टाटा जी को कभी भूल नही सकता. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।. ॐ शांति.

राष्ट्रपति मुर्मू ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर अपने शोक संदेश में बुधवार को लिखा, 'श्री रतन टाटा के दुखद निधन से भारत ने एक ऐसे महान व्यक्तित्व को खो दिया है, जिन्होंने कॉर्पोरेट विकास को राष्ट्र निर्माण और उत्कृष्टता को नैतिकता के साथ जोड़ा। पद्म विभूषण और पद्म भूषण से सम्मानित श्री रतन टाटा ने टाटा की महान विरासत को आगे बढ़ाया तथा वैश्विक स्तर पर इसे और अधिक प्रभावशाली वैश्विक उपस्थिति दी। उन्होंने अनुभवी पेशेवरों और युवा छात्रों को समान रूप से प्रेरित किया। परोपकार और दान के लिए उनका योगदान अमूल्य है। मैं उनके परिवार, टाटा समूह की पूरी टीम और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं।' 

बिरला ने यहां जारी शोक संदेश में कहा, 'भारत ने आज एक ऐसे महान उद्योगपति और समाजसेवी को खो दिया, जिन्होंने न केवल भारतीय उद्योग जगत को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया, बल्कि अपनी नि:स्वार्थ सेवा और उदारता से समाज के हर वर्ग को प्रेरित किया।' उन्होंने उद्योगपति रतन टाटा की सादगी का स्मरण करते हुए उनकी आत्मा की शांति की कामना की और कहा, 'श्री रतन टाटा जी की सादगी, दूरदर्शिता और सेवा भावना युगों-युगों तक प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी। उनका जाना देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। ओम शांति।' 

दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने श्री रतन टाटा के निधन को एक युग का अवसान बताया। उन्होंने कहा, 'श्री टाटा व्यवसाय जगत के ऐसे पुरोधा थे जिन्होंने नेतृत्व के नए आयाम जो सत्य निष्ठा और करुणा को समर्पित थे। वास्तव में उन्होंने व्यवसाय जगत और समाज पर अपनी एक अमित छाप छोड़ी है।' 

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन श्री टाटा के निधन पर गहरा दुख्य व्यक्त करते हुए कहा कि रतन टाटा सचमुच भारतीय उद्योग जगत के एक वटवृक्ष तथा विनम्रता और करुणा की प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने अपने दूरदर्शी नेतृत्व से न केवल टाटा समूह को आकार दिया बल्कि विश्व स्तर पर व्यवसाय में नैतिकता के नए मानक स्थापित किये। 

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि श्री रतन टाटा का जीवन मूल्य यह था कि समाज से जो मिला है, उसे समाज को समर्पित कर देना है। उनका निधन महाराष्ट्र और पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है।


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Content Writer

Pardeep

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