बार-बार पेशाब आना नहीं है मामूली आदत, हो सकती हैं ये 5 गंभीर बीमारियां
punjabkesari.in Monday, Jul 28, 2025 - 06:27 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पेशाब के जरिए हमारे शरीर से विषैले तत्व यानी टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं। यह प्रक्रिया किडनी द्वारा तरल पदार्थों को फिल्टर करने के बाद मूत्र के रूप में होती है। दिन में 5 से 7 बार पेशाब आना सामान्य माना जाता है, लेकिन यदि हर आधे घंटे में पेशाब का दबाव महसूस हो रहा है, तो यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है।
न्यूरोलॉजी और यूरो-ऑन्कोलॉजी विशेषज्ञ का कहना है कि अगर दिन में 6 से ज्यादा बार पेशाब हो रहा है और पानी की मात्रा सामान्य है, तो यह चेतावनी है। इसके पीछे डायबिटीज, इंफेक्शन, ओवरएक्टिव ब्लैडर, प्रोस्टेट की समस्या और तनाव जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
जानिए किन 5 कारणों से हो सकता है बार-बार पेशाब:-
डायबिटीज
जब शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है, तो किडनी पर अतिरिक्त ग्लूकोज को छानने का दबाव बढ़ता है। इससे बार-बार पेशाब की शिकायत होती है, जिसे पॉली यूरिया कहा जाता है।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI)
यह संक्रमण मूत्राशय, मूत्रमार्ग या किडनी में हो सकता है। इससे पेशाब में जलन और बार-बार पेशाब आने जैसी समस्याएं होती हैं।
प्रोस्टेट ग्रंथि में वृद्धि
पुरुषों में प्रोस्टेट बढ़ने से मूत्रमार्ग पर दबाव बनता है, जिससे पेशाब बार-बार आता है और ब्लैडर पूरी तरह खाली नहीं हो पाता।
ओवरएक्टिव ब्लैडर
ब्लैडर जब सामान्य से ज्यादा संवेदनशील हो जाता है, तो मूत्र रोक नहीं पाता और बार-बार पेशाब आता है। यह स्थिति पुरुषों और महिलाओं दोनों में देखी जा सकती है।
तनाव और गर्भावस्था
मानसिक तनाव और चिंता भी बार-बार पेशाब का कारण बन सकते हैं। वहीं, महिलाओं में प्रेग्नेंसी के दौरान हार्मोनल बदलाव के कारण यूरिन फ्रीक्वेंसी बढ़ सकती है।
डॉक्टरी सलाह
अगर यह समस्या बार-बार हो रही है तो यूरिन टेस्ट और अल्ट्रासाउंड जरूर कराएं। समय रहते बीमारी की पहचान से बड़ी जटिलताओं से बचा जा सकता है।