फ्रैंको मुलक्कल ने जालंधर बिशप के पद से इस्तीफा दिया, नन ने लगाए थे बलात्कार के आरोप
punjabkesari.in Thursday, Jun 01, 2023 - 07:12 PM (IST)

नेशनल डेस्क: बलात्कार के आरोपों के बाद 2018 में पोप फ्रांसिस द्वारा अस्थायी रूप से कार्यमुक्त कर दिए गए बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने जालंधर बिशप के पद से इस्तीफा दे दिया है। गिरजाघर के एक सूत्र ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। मुलक्कल पर एक नन ने बलात्कार का आरोप लगाया था।
Pope Francis has accepted the resignation submitted by the Rt. Rev. Franco Mulakkal (in file pic) as Bishop of Jalandhar.
— ANI (@ANI) June 1, 2023
"Given the still divisive situation about the aforesaid matter in the Diocese of Jalandhar, the resignation has been requested by Rt Rev Mulakkal not as a… pic.twitter.com/syJWsGT8ig
सूत्रों ने बताया कि बलात्कार के मामले में पिछले साल केरल की एक स्थानीय अदालत द्वारा बरी कर दिए गए मुलक्कल का इस्तीफा उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई से संबद्ध नहीं है, बल्कि जालंधर डिकोसे (बिशप के क्षेत्र) की बेहतरी के लिए है, जिसे एक नए बिशप की जरूरत है। सूत्र ने कहा कि उनका इस्तीफा इस क्षेत्र के लिए एक नये बिशप की नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त करेगा। उल्लेखनीय है कि एक वीडियो में, बिशप ने यह पुष्टि की है कि वेटिकन ने आज उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया।
सूत्र ने बताया कि फ्रैंको मुलक्कल अभी जालंधर के बिशप एमेरिटस हैं। मुलक्कल ने इस साल आठ फरवरी को पोप से मुलाकात की थी और बलात्कार के मामले में अतिरिक्त जिला एवं सत्र अदालत-1, कोट्टायम द्वारा बरी किये जाने के बाद फ्रांसिस से उनकी यह पहली मुलाकात थी। बलात्कार के आरोपों को लेकर केरल पुलिस द्वारा पूछताछ किये जाने के बाद सितंबर 2018 में बिशप को पोप फ्रांसिस ने डिकोसे को उनकी जिम्मेदारियों से अस्थायी रूप से मुक्त कर दिया था।
हालांकि, बलात्कार के मामले में बरी कर दिये जाने के बावजूद मुलक्कल को गिरजाघर में नयी जिम्मेदारियां नहीं दी गई। नन ने मामले में निचली अदालत के फैसले के खिलाफ केरल उच्च न्यायालय का रुख किया था। नन ने आरोप लगाया था कि 2014 से 2016 के बीच केरल के कोट्टायम स्थित एक कंवेंट की यात्रा के दौरान बिशप ने उसके साथ कई बार बलात्कार किया था।