गुजरात में पतंग के मांझे से गला कटने से चार लोगों की मौत, मरने वालों में 4 साल का बच्चा भी शामिल
punjabkesari.in Wednesday, Jan 15, 2025 - 04:39 PM (IST)
नेशनल डेस्क: गुजरात में मंगलवार को उत्तरायण उत्सव के दौरान पतंग उड़ाने के दौरान मांझे से गला कटने से चार लोगों की मौत हो गई। इनमें चार वर्षीय एक बालक भी शामिल है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह घटनाएं राजकोट, पंचमहाल, मेहसाणा और सुरेंद्रनगर जिलों में हुईं। इसके अलावा, राज्य भर में कई लोग घायल हुए हैं।
पंचमहाल जिले के हलोल कस्बे में चार साल का कुणाल परमार अपने पिता के साथ मोटरसाइकिल पर बाजार से पतंग और गुब्बारे खरीदने जा रहा था, तभी अचानक पतंग के मांझे का एक टुकड़ा उसकी गर्दन में फंस गया और उसकी गर्दन कट गई। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बहुत ज्यादा खून बहने के कारण उसकी मौत हो गई।
वहीं, मेहसाणा जिले के वडनगर तालुका में भी एक और दुखद घटना सामने आई, जहां 35 वर्षीय किसान मनसाजी ठाकोर की गर्दन पतंग के मांझे से कट गई। वह मोटरसाइकिल से अपने गांव जा रहे थे, जब यह हादसा हुआ। इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई।
राजकोट जिले के बाहरी इलाके में भी ईश्वर ठाकोर (35) नामक व्यक्ति पतंग के मांझे से गंभीर रूप से घायल हो गए और उनकी भी मौत हो गई। इसके अलावा, सुरेंद्रनगर जिले के पाटडी तालुका में एक अन्य अज्ञात व्यक्ति की गर्दन में मांझे से घाव लगने से उसकी मौत हो गई।
आपातकालीन कॉल्स में बढ़ोतरी
गुजरात में उत्तरायण उत्सव के दौरान 108 एंबुलेंस सेवा को आपातकालीन कॉल्स में बढ़ोतरी का सामना करना पड़ा। 15 जनवरी तक शाम 6 बजे तक कुल 3,707 कॉल्स प्राप्त हुईं, जबकि पिछले साल इसी दिन 3,362 कॉल्स आई थीं। इन कॉल्स में मुख्य रूप से पतंग उड़ाते वक्त मांझे से कटने और छत से गिरने के मामले शामिल थे।
609 प्राथमिकी दर्ज
पतंग उड़ाने के शौकीनों द्वारा नायलॉन से बना और कांच से लेपित मांझा इस्तेमाल किया जाता है, जो बहुत तेज और खतरनाक होता है। ये जानलेवा घाव कर सकता है। राज्य सरकार ने ऐसे मांझे पर प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन फिर भी ये पतंग के शौकीनों के पास पहुंच जाते हैं। सोमवार को गुजरात सरकार ने सूचित किया कि उत्तरायण से पहले 609 प्राथमिकी दर्ज की गईं और 612 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जो प्रतिबंधित मांझे का निर्माण, बिक्री और भंडारण कर रहे थे।