संयुक्त राष्ट्र महासभा में आज बोलेंगे विदेश मंत्री एस जयशंकर, कनाडा को दे सकते हैं मुंहतोड़ जवाब
punjabkesari.in Tuesday, Sep 26, 2023 - 05:42 PM (IST)

नेशनल डेस्कः विदेश मंत्री एस जयशंकर मंगलवार यानी आज संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत का पक्ष रखेंगे। इस दौरान वह कनाडा, पाकिस्तान को करारा जवाब दे सकते हैं। दुनियाभर की नजरें उनके भाषण पर हैं। कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो की ओर से पिछले दिनों भारत के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए थे। ट्रूडो ने कहा था कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत और उसके एजेंट्स का हाथ हो सकता है। संसद में इस बयान के बाद भारत और कनाडा के रिश्तों में तनाव आ गया था, जो अब भी जारी है। भारत ने मामले में सबूत पेश करने को कहा था। लेकिन अभी कनाडा की ओर से कोई सबूत नहीं दिया गया है।
अब उम्मीद की जा रही है कि कनाडा के इन आरोपों को लेकर भारतीय विदेश मंत्री जवाब दे सकते हैं। कनाडा के ऊपर दबाव बनाया जा सकता है कि वह अपने आरोपों को लेकर जवाब दाखिल करे। गौरतलब है कि कनाडा में भी विपक्ष ने ट्रूडो को घेर रखा है। मांग की जा रही है कि हत्या मामले में वह सबूत दें। जिसके बाद माना जा रहा है कि पीएम ट्रूडो इस समय दबाव में हैं। वहीं, भारत उनके बयानों को बेतुका बताकर सिरे से खारिज कर चुका है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यहां संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष नेतृत्व के साथ मुलाकात की और भारत की जी20 अध्यक्षता, क्षेत्रीय मामलों एवं वैश्विक चुनौतियों, सतत विकास लक्ष्यों और सुरक्षा परिषद में सुधारों को लेकर उनके साथ चर्चा की। जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्चस्तरीय सत्र में आम बहस को संबोधित करने से एक दिन पहले संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस और महासभा के 78वें सत्र के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस से वैश्विक संगठन के मुख्यालय में सोमवार को मुलाकात की। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के प्रशासक अचिम स्टीनर से भी मुलाकात की। जयशंकर ने कहा कि गुतारेस से मिलकर ‘‘खुशी'' हुई। उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं ने इस बात पर चर्चा की कि भारत की जी20 अध्यक्षता ने संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास के एजेंडे को ‘‘मजबूत करने में किस प्रकार योगदान'' दिया।
जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘हमने पिछले साल इस संबंध में निकट समन्वय किया।'' उन्होंने अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं में सुधार को लेकर गुतारेस की मजबूत प्रतिबद्धता की सराहना की। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता के कार्यालय ने बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि गुतारेस ने ‘‘संयुक्त राष्ट्र में भारत के सहयोग और G20 में उसके नेतृत्व की सराहना की।'' उसने बताया कि गुतारेस और जयशंकर ने ‘‘अफगानिस्तान, म्यांमा में हालात और अन्य वैश्विक चुनौतियों पर भी चर्चा'' की।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने भारत की G20 अध्यक्षता के दौरान नौ और 10 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित G20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लिया था। जयशंकर ने गुतारेस से मुलाकात से पहले फ्रांसिस के साथ भी बैठक की और भारत की G20 अध्यक्षता के परिणामों की सराहना करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। जयशंकर ने कहा, ‘‘भरोसा है कि यह संयुक्त राष्ट्र महासभा के विचार-विमर्श में योगदान देगा।
कनाडा विवाद के बीच जयशंकर का दौरा काफी अहम माना जा रहा है। अमेरिका ने भी आरोपों के बाद भारत से जांच में सहयोग देने की उम्मीद जताई थी। हालांकि अभी तक अमेरिका का इस मामले में कोई बयान नहीं आया है। माना जा रहा है कि अमेरिका भी भारत को अहम दृष्टि से देखता है। जिसको देखते हुए ही कोई बयान जारी नहीं किया गया है।