''पाकिस्तान के साथ बातचीत का युग खत्म हो चुका'', PAK संग रिश्तों पर विदेश मंत्री जयशंकर का बड़ा बयान
punjabkesari.in Friday, Aug 30, 2024 - 02:12 PM (IST)
नेशनल डेस्क: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को पड़ोसी देश के साथ भारत के संबंधों के बारे में खुलकर बात की। राजदूत राजीव सीकरी की नई पुस्तक "स्ट्रैटेजिक कनड्रम्स: रीशेपिंग इंडियाज फॉरेन पॉलिसी" के विमोचन के अवसर पर बोलते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के साथ निर्बाध वार्ता का युग समाप्त हो चुका है।
पाकिस्तान के साथ बातचीत का युग खत्म- जयशंकर
एस जयशंकर ने कहा, ''मुझे लगता है कि पाकिस्तान के साथ निर्बाध बातचीत का युग खत्म हो गया है। कार्रवाई के परिणाम होते हैं। और जहां तक जम्मू-कश्मीर का सवाल है, मुझे लगता है कि अनुच्छेद 370 खत्म हो गया है। तो, आज मुद्दा यह है कि किस तरह का क्या हम संभवतः पाकिस्तान के साथ संबंध पर विचार कर सकते हैं? राजीव सीकरी ने सुझाव दिया है कि शायद भारत वर्तमान स्तर पर संबंध जारी रखने के लिए संतुष्ट है, शायद नहीं... हम निष्क्रिय नहीं हैं सकारात्मक या नकारात्मक दिशा, किसी भी तरह से, हम इस पर प्रतिक्रिया देंगे।
अफगानिस्तान के साथ मजबूत संबंध
जयशंकर ने कहा कि अफगानिस्तान के साथ दोनों देशों के लोगों के बीच मजबूत संबंध हैं। उन्होंने कहा, "जहां तक अफगानिस्तान का सवाल है, वहां लोगों के बीच मजबूत संबंध हैं। वास्तव में, सामाजिक स्तर पर भारत के लिए एक निश्चित सद्भावना है। लेकिन जब हम अफगानिस्तान को देखते हैं, तो मुझे लगता है कि शासन कला की बुनियादी बातों को नहीं भूलना चाहिए। यहां अंतरराष्ट्रीय संबंध काम कर रहे हैं। इसलिए जब हम आज अपनी अफगान नीति की समीक्षा करते हैं, तो मुझे लगता है कि हम अपने हितों के बारे में बहुत स्पष्ट हैं। हम अपने सामने मौजूद 'विरासत में मिली समझदारी' से भ्रमित नहीं हैं।"
#WATCH | Speaking on Afghanistan at a book launch event in Delhi, External Affairs Minister Dr S Jaishankar says, "On a societal level, people-to-people relations are strong...Today after reviewing our Afgan policy, we are very cleared eye about our interest...We are not confused… pic.twitter.com/jZl9w3NJHd
— ANI (@ANI) August 30, 2024
विदेश मंत्री ने कहा कि अमेरिकी सेना की मौजूदगी वाला अफगानिस्तान अमेरिका की मौजूदगी के बिना वाले अफगानिस्तान से बहुत अलग है। जयशंकर ने कहा, "हमें यह समझना चाहिए कि हमारे लिए अमेरिका की मौजूदगी वाला अफगानिस्तान अमेरिका की मौजूदगी के बिना वाले अफगानिस्तान से बहुत अलग है।"
बांग्लादेश को लेकर क्या बोले विदेश मंत्री?
जयशंकर ने कहा कि भारत को बांग्लादेश के साथ आपसी हितों का आधार तलाशना होगा और भारत 'वर्तमान सरकार' से इस संबंध में बातचीत करेगा। जयशंकर ने कहा, "बांग्लादेश की स्वतंत्रता के बाद से हमारे संबंधों में उतार-चढ़ाव आते रहे हैं और यह स्वाभाविक है कि हम तत्कालीन सरकार के साथ व्यवहार करेंगे। लेकिन हमें यह भी मानना होगा कि राजनीतिक परिवर्तन हो रहे हैं और वे विध्वंसकारी हो सकते हैं। और स्पष्ट रूप से यहां हमें हितों की पारस्परिकता पर ध्यान देना होगा।"
#WATCH | Speaking about Maldives, Bangladesh, External Affairs Minister Dr S Jaishankar says, "There have been ups and downs in our approach to Maldives...There is a certain lack of consistency here. It is a relationship in which we are very deeply invested and there is a… pic.twitter.com/tHXP4l8NSF
— ANI (@ANI) August 30, 2024
पूर्वोत्तर का संदर्भ सर्वोपरि- जयशंकर
म्यांमार के बारे में बात करते हुए जयशंकर ने कहा कि पूर्वोत्तर का संदर्भ सर्वोपरि है। उन्होंने कहा, "पूर्व की ओर आगे बढ़ें तो म्यांमार है, जो एक ही समय में प्रासंगिक और दूरस्थ दोनों है। और यहां भी, मुझे लगता है कि पूर्वोत्तर, पूर्वोत्तर या पूर्वोत्तर का संदर्भ सर्वोपरि है। और हमें... सरकार और अन्य हितधारकों के बीच संतुलन बनाना होगा, क्योंकि यही वास्तविकता है।"