UN में पहली बार पूर्व दिवंगत पीएम वाजपेयी ने पूरा भाषण दिया था हिंदी में

punjabkesari.in Friday, Sep 14, 2018 - 02:26 PM (IST)

नई दिल्लीः देश-विदेश में अलग-अलग भाषाओं का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन पूरे विश्व में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा के रूप में हिंदी का तीसरा स्थान जोकि भारत के लिए एक गौरव की बात है। देश-विदेश में जहां भी लोग बसते हैं वहां की भाषा को जल्दी सीख जाते हैं लेकिन हिंदी ऐसी भाषा है जिसमें मिठास के साथ-साथ एक मजबूत पकड़ भी है। हिंदी को संयुक्त राष्ट्र में अलग पहचान दिलवाने वाले पूर्व दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी हैं। वाजपेयी जी वो पहले शख्स हैं जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ में पहली बार हिंदी में भाषण दिया था और उनकी काफी प्रशंसा हुई थी।
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बतौर विदेश मंत्री गए थे UN
1977 में संयुक्त राष्ट्र के 32वें अधिवेशन में वाजपेयी जनता पार्टी की सरकार में विदेश मंत्री थे। अपने भाषण के दौरान उन्होंने वसुधैव कुटुंबकम का उल्लेख करते हुए पूरे संसार को एक परिवार के रूप में देखने का जिक्र किया था। उन्होंने करीब 30 सेकंड तक हिंदी में अपना भाषण दिया था। 
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सिनेमा जगत का योगदान भी कम नहीं
रूस, चीन, इंग्लैंड, अमेरिका सहित अरब देशों में बॉलीवुड फिल्में काफी लोकप्रिय हैं। विदेशों में भी हिंदी फिल्मों ने रिकॉर्ड तोड़ कमाई की हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब चीन दौरे पर गए थे तो उनका स्वागत फिल्म ये 'वादा रहा' के एक गाने की धुन बजाकर किया गया था। वहीं जब हाल ही मेें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद चेक रिपब्लिक के दौरे पर गए तो उनका स्वागत 'पल पल दिल के पास तुम रहते हो' के गाने से किया गया था। वहीं जब अगस्त महीने में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज उज्बेकिस्तान यात्रा पर गई थीं तो उज्बेक की एक बुजुर्ग महिला ने हिंदी सिनेमा के शोमैन राज कपूर और नरगिस दत्त अभिनीत फिल्म श्री 420 का गाना 'इचक दाना बीचक दाना' सुनाया था।

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Seema Sharma

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