अब 200 की चाय 50 में... एयरपोर्ट पर खाना-पीना होगा सस्ता, सरकार बनाएगी ये नया जोन

punjabkesari.in Monday, Nov 11, 2024 - 02:09 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश के एयरपोर्ट्स पर अब यात्रियों को सस्ते दामों पर चाय, समोसा, नाश्ता और अन्य खाद्य सामग्री मिल सकेगी। एयरपोर्ट पर खाने-पीने की चीज़ों की कीमतें आमतौर पर बहुत ज्यादा होती हैं, लेकिन सरकार अब इसे किफायती बनाने के लिए एक नई योजना लेकर आई है। इस योजना के तहत एयरपोर्ट्स पर इकोनॉमी जोन (Economic Zone) बनाए जाएंगे, जहां यात्रियों को 60-70 प्रतिशत सस्ती दरों पर खाना-पीना मिलेगा। इसका उद्देश्य यात्रियों को महंगे खानपान से राहत देना है, जो कई बार उनकी यात्रा के अनुभव को खराब कर देता है।

एयरपोर्ट पर सस्ते दामों पर खाना-पीना मिलेगा
इकोनॉमी जोन के तहत एयरपोर्ट्स पर अब आपको चाय, पानी, नाश्ता, समोसा और अन्य खाने-पीने की चीजें सस्ते दामों पर मिलेंगी। उदाहरण के तौर पर, एयरपोर्ट्स पर मौजूदा समय में चाय की कीमत 125 रुपये से लेकर 200 रुपये तक होती है, जबकि इकोनॉमी जोन में वही चाय सिर्फ 50 से 60 रुपये में मिलेगी। इसी तरह, समोसा, बिस्किट और अन्य स्नैक्स भी 60-70 प्रतिशत सस्ते दामों पर उपलब्ध होंगे।  

काउंटर से खाना ले सकेंगे यात्री
इस योजना के तहत एयरपोर्ट पर एक काउंटर सिस्टम जैसा मिलेगा, जहां यात्री अपनी पसंदीदा चीजें खुद चुनकर ले सकेंगे। हालांकि, एयरपोर्ट पर बैठने की कोई व्यवस्था नहीं होगी, यानी यहां से खरीदी गई चीज़ें यात्री पैक करके "On The Go" ले जा सकते हैं। इसका मतलब यह है कि यात्रियों को जल्दी से खाना लेना होगा और फिर वह अपनी यात्रा पर निकल सकते हैं। यह पूरी व्यवस्था एयरपोर्ट के खानपान के महंगे खर्च को कम करने और यात्रियों को एक किफायती विकल्प देने के उद्देश्य से की जा रही है। यात्रियों की शिकायतें थीं कि एयरपोर्ट पर खानपान बहुत महंगा होता है और इसका बोझ उनकी जेब पर पड़ता है। 

इकोनॉमी जोन की डिजाइन और विकास
एयरपोर्ट्स पर इकोनॉमी जोन की शुरुआत पहले नए बन रहे एयरपोर्ट्स पर की जाएगी। इन एयरपोर्ट्स को इस हिसाब से डिजाइन किया जाएगा कि इनमें इस प्रकार के काउंटर सिस्टम के लिए पर्याप्त जगह हो। इसके बाद, पुरानी एयरपोर्ट्स पर भी इकोनॉमी जोन के लिए उपयुक्त जगह चिन्हित की जाएगी और इसे लागू किया जाएगा। यह योजना पहले बड़े एयरपोर्ट्स पर लागू होगी, जिनमें यात्रियों की संख्या अधिक होती है। बाद में, छोटे और मझोले एयरपोर्ट्स पर भी इकोनॉमी जोन की स्थापना की जाएगी। छोटे एयरपोर्ट्स पर 6-8 दुकानें और हर घंटे कम से कम 200 यात्रियों को सेवा देने की क्षमता रखने की योजना है।

यात्री को मिलेगा राहत
मौजूदा समय में एयरपोर्ट्स पर बहुत से खाने-पीने की चीजें अत्यधिक महंगी होती हैं। जैसे, एक साधारण समोसा जो कहीं बाहर 10 रुपये का मिलता है, एयरपोर्ट पर उसकी कीमत 100 रुपये तक हो जाती है। यही हाल अन्य स्नैक्स और पेय पदार्थों का भी होता है। इस वजह से आम लोग एयरपोर्ट पर खाने-पीने का आनंद नहीं उठा पाते थे। लेकिन इकोनॉमी जोन के शुरू होने से अब यात्रियों को यह चीजें बहुत सस्ती मिलेंगी। 

सरकारी पहल और उद्देश्य
सरकार की यह पहल यात्री के अनुभव को बेहतर बनाने और उनके लिए सस्ती और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की जा रही है। एविएशन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू ने कई दौर की मीटिंग्स के बाद इस योजना पर काम शुरू किया है। इसके तहत, एयरपोर्ट्स पर खाना-पीना सस्ता और सुलभ बनाया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग एयरपोर्ट पर अपनी यात्रा के दौरान आराम से खा-पी सकें। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) और एयरपोर्ट पर सेवा देने वाले फूड आउटलेट्स तथा नई एजेंसियों के साथ मिलकर इस योजना को लागू किया जाएगा। इस योजना का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को कम दामों पर ताजगी से भरपूर खाने का विकल्प देना है, जिससे उनके सफर में कोई असुविधा न हो। 

छोटे एयरपोर्ट्स पर भी सस्ती खाद्य सुविधाएं
इकोनॉमी जोन के तहत छोटे और मझोले एयरपोर्ट्स पर भी खास ध्यान दिया जाएगा। इन एयरपोर्ट्स पर ऐसे काउंटर बनाए जाएंगे जहां एक घंटे में कम से कम 200 यात्रियों को सेवा दी जा सके। इन काउंटरों पर खाने-पीने की चीजें बेहद सस्ती कीमतों पर उपलब्ध होंगी। इस तरह से छोटे एयरपोर्ट्स पर भी यात्रियों को महंगे खानपान से निजात मिलेगी और उन्हें अच्छे विकल्प मिलेंगे।

एयरपोर्ट पर यात्रियों का अनुभव होगा बेहतर
यह योजना एयरपोर्ट पर यात्रा करने वाले सभी यात्रियों के लिए राहत की खबर लेकर आई है। महंगे खानपान के कारण कई बार यात्रियों को असुविधा होती थी, लेकिन अब इकोनॉमी जोन के आने से उन्हें सस्ते दामों पर ताजगी से भरे और स्वस्थ खाद्य पदार्थ मिल सकेंगे। इस पहल से एयरपोर्ट पर यात्रियों का अनुभव और भी बेहतर होगा और उन्हें यात्रा के दौरान आराम से खाने-पीने का अवसर मिलेगा।

कब शुरू होगी योजना?
यह योजना बहुत जल्द लागू हो सकती है। पहले नए एयरपोर्ट्स पर इसका परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद, बाकी पुराने एयरपोर्ट्स पर भी इकोनॉमी जोन के लिए जगह का चयन किया जाएगा। इस प्रक्रिया के बाद, एयरपोर्ट पर एक सस्ती और सुविधाजनक खानपान व्यवस्था स्थापित की जाएगी। इकोनॉमी जोन की शुरुआत से अब यात्रियों को सस्ते और अच्छे खाने का विकल्प मिलेगा। एयरपोर्ट्स पर महंगे खानपान के बोझ से मुक्ति पाकर यात्री अपनी यात्रा का अनुभव और भी सुखद बना सकेंगे। यह योजना न केवल यात्रियों के लिए राहत का काम करेगी, बल्कि एयरपोर्ट्स के व्यापार में भी एक नया बदलाव ला सकती है।


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Content Editor

Mahima

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