हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में 13 लोगों के शव बरामद, राज्य में 662 करोड़ रुपये का नुकसान
punjabkesari.in Monday, Aug 05, 2024 - 11:21 AM (IST)
नेशनल डेस्क: रविवार को मंडी और शिमला जिलों से चार शव बरामद होने के साथ हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 31 जुलाई की रात को कुल्लू के निरमंड, सैंज और मलाणा, मंडी के पधर और शिमला के रामपुर उपमंडल में बादल फटने की श्रृंखला के बाद 40 से अधिक लोग अभी भी लापता हैं।अधिकारियों ने बताया कि बचावकर्मियों ने अधिक मशीनरी, खोजी कुत्ते दस्ते, ड्रोन और अन्य उपकरण तैनात करके तलाशी अभियान तेज कर दिया है।
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27 जून को मानसून की शुरुआत से लेकर 4 अगस्त तक हिमाचल प्रदेश को 662 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इस आपदा ने राज्य भर में विनाश, कई लोगों की जान ले ली और बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने खुलासा किया कि 27 जून के बाद से हुए नुकसान में बुनियादी ढांचे और अन्य संपत्तियों को महत्वपूर्ण नुकसान शामिल है।
#WATCH | Rampur, Himachal Pradesh: Relief and rescue operations are underway in Rampur's Samej village after the incident of cloudburst that occurred on August 1 leaving at least 6 people dead. pic.twitter.com/pMnoXnvHMh
— ANI (@ANI) August 5, 2024
चूंकि तलाशी अभियान चल रहा है, स्थानीय लोगों ने दावा किया कि बुधवार रात अचानक आई बाढ़ के बाद से शिमला और कुल्लू की सीमा पर स्थित तीन गांवों - समेज, धारा सारदा और कुशवा में बिजली नहीं है और सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। अधिकारियों ने पीटीआई को बताया कि सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, असम (एसडीआरएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), हिमाचल प्रदेश पुलिस की टीमों के 410 बचावकर्मी और होम गार्ड शिकार में शामिल थे।
रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने समेज गांव का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और आपदा प्रभावित लोगों से मुलाकात की. इससे पहले शुक्रवार को राज्य सरकार ने पीड़ितों के लिए 50,000 रुपये की तत्काल राहत की घोषणा की और कहा कि उन्हें गैस, भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुओं के साथ-साथ अगले तीन महीनों के लिए किराए के लिए 5,000 रुपये मासिक दिए जाएंगे।