Flipkart की फाइनेंस सेक्टर में एंट्री... अब लोन बांटेगी कंपनी, NBFC ने दिया लाइसेंस

punjabkesari.in Thursday, Jun 05, 2025 - 06:40 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट को नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) का लाइसेंस प्रदान किया है। इस लाइसेंस के बाद अब फ्लिपकार्ट स्वतंत्र रूप से ग्राहकों और विक्रेताओं को लोन देने की सुविधा शुरू कर सकेगा। यह कदम भारत में डिजिटल लेंडिंग और ई-कॉमर्स सेक्टर के तेजी से बढ़ते तालमेल का संकेत है।

अब बिना थर्ड-पार्टी के मिलेगा लोन
अब तक फ्लिपकार्ट अपने ग्राहकों को EMI और ‘बाय नाउ, पे लेटर’ (BNPL) जैसी सेवाएं थर्ड-पार्टी फाइनेंशियल संस्थानों के माध्यम से देता था। लेकिन अब NBFC लाइसेंस मिलने के बाद वह खुद डिजिटल लोन, पर्सनल लोन और SMEs के लिए वित्तीय उत्पाद सीधे उपलब्ध करवा सकेगा। इससे न केवल ग्राहक अनुभव बेहतर होगा, बल्कि कंपनी की बाजार में प्रतिस्पर्धी स्थिति भी मजबूत होगी, खासकर Amazon जैसे प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले।

ग्राहकों और विक्रेताओं को मिलेगा लाभ
फ्लिपकार्ट का यह कदम छोटे दुकानदारों, खासकर ग्रामीण और कस्बाई इलाकों के व्यापारियों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। अब उन्हें अपने कारोबार के विस्तार के लिए आसान और सस्ता लोन मिल सकेगा। फ्लिपकार्ट अपनी तकनीकी ताकत और डाटा एनालिटिक्स के माध्यम से रिस्क असेसमेंट और लोन प्रोसेसिंग को भी तेज और अधिक सटीक बना सकता है।

डिजिटल इंडिया को मिलेगा बल
यह कदम सरकार के डिजिटल इंडिया और वित्तीय समावेशन के विज़न के अनुरूप भी है। NBFC के रूप में फ्लिपकार्ट की एंट्री डिजिटल लेंडिंग बाजार में प्रतिस्पर्धा को बढ़ाएगी और उपभोक्ताओं को ज्यादा विकल्प प्रदान करेगी।

अब आगे क्या?
हालांकि, फ्लिपकार्ट ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह लेंडिंग मॉडल को कब और कैसे लागू करेगा, लेकिन अनुमान है कि कंपनी डिजिटल लोन, पर्सनल फाइनेंस प्रोडक्ट्स और MSMEs के लिए टारगेटेड स्कीमें शुरू करेगी। इससे वह एक फुल-सर्विस डिजिटल कॉमर्स और फाइनेंस प्लेटफॉर्म बनने की दिशा में आगे बढ़ेगा।


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Content Editor

Harman Kaur

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