दिल्ली से पटना जाना है तो देना होगा दुबई के बराबर किराया... जानें कितनी की मिल रही एयर टिकट
punjabkesari.in Monday, Oct 06, 2025 - 02:55 PM (IST)

नेशनल डेस्क: त्योहार नजदीक हैं, लेकिन घर लौटना अब आम आदमी के लिए ‘लक्ज़री ट्रिप’ जैसा हो गया है। दिवाली और छठ जैसे पारिवारिक पर्वों पर जहां लोग घर की ओर रुख करते हैं, वहीं इस बार सफर की कीमतें दिल और जेब - दोनों तोड़ रही हैं। ट्रेन में जगह नहीं, बसों का किराया बेकाबू और हवाई टिकटों के रेट ऐसे कि दुबई जाने में कम खर्च आ रहा है, लेकिन पटना पहुंचना नामुमकिन सा लग रहा है।
पटना की फ्लाइट ने पार की 'इंटरनेशनल' हदें
अभी अगर आप दिल्ली से पटना के लिए फ्लाइट बुक करना चाहें, तो एक झटका देने वाली हकीकत सामने आएगी। सामान्य दिनों में जहां यही टिकट ₹4500 से ₹5000 में मिल जाती है, वहीं त्योहार पास आते ही किराया ₹12,000 के पार जा चुका है। हैरानी की बात यह है कि दिल्ली से दुबई की फ्लाइट भी इससे सस्ती पड़ रही है। उदाहरण के लिए, 17 अक्टूबर की बात करें, तो दिल्ली से पटना की फ्लाइट का किराया ₹12,650 है, जबकि इसी दिन दिल्ली से दुबई की टिकट ₹12,958 में मिल रही है। फर्क मामूली है, पर संदेश बड़ा — बिहार जाना अब विदेश यात्रा से भी महंगा लग रहा है।
ट्रेनें फुल, बसें बेहाल, विकल्प कम
16 से 26 अक्टूबर तक की ट्रेनों की स्थिति देखें, तो लगभग सभी ट्रेनें फुल हैं। रेलवे ने अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन जरूर शुरू किया है, मगर मांग इतनी ज्यादा है कि वो भी भर चुकी हैं। लोग वेटिंग लिस्ट और आरएसी टिकट के भरोसे घर पहुंचने की योजना बना रहे हैं। बस ऑपरेटरों की बात करें तो, उनमें भी 'त्योहार स्पेशल किराया' वसूली जारी है। कई रूट्स पर टिकट दोगुने दाम में बेचे जा रहे हैं। निजी बस मालिक इस अवसर को 'कमाई का सीजन' मानकर बैठे हैं।
क्यों बढ़ते हैं किराए?
त्योहारों के दौरान जब ट्रेनों में जगह नहीं मिलती और बसें भी भरोसेमंद विकल्प नहीं रह जातीं, तो लोग फ्लाइट की ओर रुख करते हैं। एयरलाइंस कंपनियां डायनेमिक प्राइसिंग के फॉर्मूले पर काम करती हैं, यानी डिमांड बढ़ते ही किराया भी चढ़ जाता है। ऐसे में अक्टूबर के मध्य से लेकर दिवाली और छठ तक हवाई किराए तेजी से आसमान छूने लगते हैं। एक तरफ घर लौटने की चाह, दूसरी तरफ भारी भरकम खर्च - यही हाल है इन दिनों।
क्या कोई समाधान है?
सरकारी हस्तक्षेप की मांग उठने लगी है। लोगों का कहना है कि त्योहारों के वक्त सरकार को फ्लाइट्स के किराए पर नियंत्रण या सब्सिडी लागू करनी चाहिए। रेलवे की तरह एयरलाइंस को भी स्पेशल फ्लाइट्स चलाने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, ताकि आम आदमी को राहत मिल सके।