भारत-चीन रिश्तों में नई उम्मीद! LAC विवाद बाद जयशंकर पहली बार पहुंचे चीन, उपराष्ट्रपति झेंग की अहम मुलाकात

punjabkesari.in Monday, Jul 14, 2025 - 01:00 PM (IST)

Bejing: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को बीजिंग में चीन के उपराष्ट्रपति हान झेंग से मुलाकात की। इस मुलाकात को भारत-चीन संबंधों में जमी बर्फ पिघलाने की एक अहम कड़ी माना जा रहा है। जयशंकर ने साफ कहा कि  जटिल वैश्विक हालात के बीच भारत-चीन के बीच खुला संवाद बेहद जरूरी है  और रिश्तों का सामान्य रहना दोनों देशों के लिए फायदेमंद होगा। जयशंकर सिंगापुर से चीन के तियानजिन शहर पहुंचे हैं, जहां वे  शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं।

 

यह यात्रा इसलिए भी खास है क्योंकि 2020 में लद्दाख की गलवान घाटी में हुए खूनी संघर्ष  के बाद से यह विदेश मंत्री की पहली चीन यात्रा है। जयशंकर ने बातचीत में कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली  का जिक्र किया, जिसे भारत में बहुत सराहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी चिनफिंग की पिछली मुलाकात के बाद से द्विपक्षीय रिश्तों में सुधार दिख रहा है। जयशंकर ने भरोसा जताया कि उनकी बातचीत इसी सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ेगी। भारत-चीन के कूटनीतिक संबंधों के 75 साल पूरे हो रहे हैं।

 

पूर्वी लद्दाख में LAC पर झड़पों के बाद रिश्तों में कड़वाहट आ गई थी, लेकिन हाल के महीनों में दोनों देश इसे सुधारने की कोशिश में हैं। जयशंकर ने कहा ‘‘हम जिस अंतरराष्ट्रीय हालात में मिल रहे हैं, वह बहुत जटिल है। पड़ोसी और बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के रूप में विचारों का खुला आदान-प्रदान बहुत अहम है।’’जयशंकर ने इस दौरान चीन की SCO अध्यक्षता को भारत का पूरा समर्थन देने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान सभी चर्चाएं सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ेंगी। कुछ हफ्ते पहले ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह  भी SCO की बैठक के लिए चीन के क़िंगदाओ गए थे। चीन फिलहाल SCO की अध्यक्षता कर रहा है और इस संगठन के सभी अहम शिखर सम्मेलन वहीं हो रहे हैं।
 


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Content Writer

Tanuja

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