सावधान ! यौन संबंधों से भी हो जाता दाद-खुजली फंगल इन्फेक्शन,अमेरिका में आया दुर्लभ मामला

punjabkesari.in Saturday, Jun 08, 2024 - 12:56 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः हाल ही में दुर्लभ सेक्सुअली ट्रांसमिटेड फंगल इन्फेक्शन का मामला सामने आया है। हेल्थ एक्सपर्ट्स ने बताया कि यह एक नए तरह का इन्फेक्शन है, जो पहली बार अमेरिका में पाया गया है।  JAMA डर्मेटोलॉजी जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक दाद के इस नए रूप का पहला मामला न्यूयॉर्क शहर के एक 30 वर्षीय व्यक्ति में पाया गया । न्यूयॉर्क के 30 वर्षीय एक व्यक्ति को इंग्लैंड, ग्रीस और कैलिफोर्निया में कई पुरुषों के साथ यात्रा करने और यौन संबंध बनाने के बाद यह संक्रमण हो गया, जिसके बाद वह अपने पैरों, कमर और नितंबों पर लाल, खुजलीदार दाने के साथ घर लौटा।

 

परीक्षणों ने 'दाद संक्रमण' की पुष्टि की कि एक यौन संचारित कवक है जिसे ट्राइकोफाइटन मेंटाग्रोफाइट्स टाइप VII कहा जाता है।हालांकि यह अमेरिका में पहला मामला है, पिछले साल फ्रांस में डॉक्टरों ने 13 मामलों की सूचना दी थी। इनमें से बारह मरीज़ ऐसे थे जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते थे। मानक एंटी-फंगल उपचारों के बावजूद, फ्लुकोनाज़ोल, टेरबिनाफ़ाइन और इट्राकोनाज़ोल जैसी दवाओं से दाने को ठीक होने में चार महीने से ज़्यादा का समय लगा। यह संक्रमण, जो एक्जिमा जैसा हो सकता है, जानलेवा नहीं है, लेकिन इससे स्थायी निशान पड़ सकते हैं। अध्ययन में बताया गया कि फंगल इन्फेक्शन से संक्रमित व्यक्ति इंग्लैंड, ग्रीस और कैलिफोर्निया की यात्रा पर गया था और जब वह न्यूयॉर्क वापस आया, तो उसके पीनस, नितंबों और शरीर के अन्य अंगों पर टिनिया- त्वचा पर होने वाले एक प्रकार के चकत्ते विकसित होने लगा।

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अध्ययन के बारे में प्रकाशित  प्रेस रिलीज में  बताया गया कि दाद का यह नया रूप "बेहद संक्रामक" है। इस अध्ययन में यह भी पता चला कि इस दुर्लभ फंगल संक्रमण को ठीक होने में कई महीने लग सकते हैं, भले ही व्यक्ति को सही समय पर उपचार मिले।  यह फंगस त्वचा पर चकत्ते का कारण बनता है, जिसे टिनिया भी कहा जाता है। यह चेहरे, हाथ-पैर, कमर और पैरों पर फैल सकता है। संक्रमित व्यक्ति की जांच करने के बाद यह पता चला कि न्यूयॉर्क के इस व्यक्ति को ट्राइकोफाइटन मेंटाग्रोफाइट्स टाइप VII (TM VII) प्रजाति के कारण यह संक्रमण हुआ । साल 2023 में फ्रांस में इस संक्रमण के 13 मामले सामने आए थे, जिनमें से ज्यादातर संक्रमित पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुष थे।

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वर्तमान में भी संक्रमित हुए व्यक्ति ने बताया कि अपनी यात्रा के दौरान उसने कई पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाए, लेकिन उनमें से किसी में भी इस तरह के इन्फेक्शन के लक्षण नहीं थे। अध्ययन के वरिष्ठ लेखक डॉ. जॉन जी जम्पेला के मुताबिक आमतौर पर मरीज जेनिटल्स से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा करने में अनिच्छुक होते हैं, इसलिए डॉक्टर्स को सीधे कमर और नितंबों के आसपास चकत्ते के बारे में पूछना चाहिए, खासकर उन लोगों से जो यौन रूप से सक्रिय हैं और हाल ही में विदेश यात्रा की है और उनके शरीर खुलजी के साथ चकत्ते की शिकायत है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि TMVII के कारण होने वाले संक्रमण के इलाज के लिए टेरबिनाफाइन (जिसे लैमिसिल भी कहा जाता है) जैसी दवा का इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन उन्हें ठीक होने में कई महीने लग सकते हैं।


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Content Writer

Tanuja

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