Pahalgam Terror Attack: पैर टूटा फिर भी भागते रहे… दंपती ने सुनाई रोंगटे खड़े कर देने वाली आपबीती

punjabkesari.in Wednesday, Apr 23, 2025 - 12:18 PM (IST)

नेशनल डेस्क: दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने न सिर्फ कई निर्दोष लोगों की जान ले ली, बल्कि बचे हुए लोगों की जिंदगी में ऐसा डर और झटका छोड़ा है जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। हमले से बाल-बाल बचे नागपुर (महाराष्ट्र) से आए एक दंपती ने जो आपबीती सुनाई, वह रोंगटे खड़े कर देने वाली है।
 

"पीछे मुड़कर नहीं देखा, बस भागते रहे"

दंपती ने बताया कि घटना के समय वे घटनास्थल से लगभग 20 मिनट की दूरी पर थे। तभी उन्हें गोलियों की आवाज़ सुनाई दी। चारों ओर अफरा-तफरी मच गई, लोग चीख रहे थे, रो रहे थे और जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे थे। उन्होंने कहा, "हमने पीछे मुड़कर नहीं देखा, हम बस वहां से किसी भी हालत में निकलना चाहते थे।"


पत्नी का पैर टूटा, लेकिन रुके नहीं

परिवार में पति, पत्नी और एक बेटा शामिल थे। रास्ता बहुत संकरा था — केवल 4 फीट चौड़ा। भगदड़ में लोगों की भीड़ में दौड़ते-दौड़ते पत्नी का पैर मुड़ गया और उन्हें फ्रैक्चर हो गया। बावजूद इसके, वे रुकी नहींं। पति ने कहा, "मैं पत्नी और बेटे को बचाने के लिए सिर्फ आगे भागता रहा। पीछे मुड़ना मौत को बुलावा था।"
 

"लोग चिल्ला रहे थे – गोलीबारी हो रही है!"

पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया, "चारों तरफ शोर था, गोलियां चल रही थीं, और लोग एक-दूसरे को धक्का दे रहे थे। किसी को भी समझ नहीं आ रहा था कि कहां जाएं। बच्चे तक रो रहे थे।"
 

"मौत आंखों के सामने थी"

परिवार ने यह भी बताया कि वे पहलगाम की सुंदरता का आनंद लेने आए थे, लेकिन अचानक सब कुछ खौफ में बदल गया। उन्होंने कहा, "हमने कभी नहीं सोचा था कि यहां जिंदगी और मौत के बीच इस तरह की जंग लड़नी पड़ेगी।"


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News Editor

Rahul Rana

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