नमो ऐप के जरिए जनता दे रही फीडबैक, कट सकता है कई सांसद, विधयाकों का टिकट

punjabkesari.in Tuesday, Oct 23, 2018 - 07:33 PM (IST)

नेशनल डेस्कः आगामी विधानसभा चुनाव और 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से बनाया हुआ नमो ऐप भाजपा के लिए कारगार साबित हो सकता है। नमो ऐप के जरिए मोदी को आम जनता विधायकों और सांसदों का फीडबैक दे रही है। विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद बीजेपी और कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती है टिकट का बंटवारा और बागियों पर काबू पाना। छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने 90 में से 77 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। हालांकि मौजूदा 14 विधायकों के टिकट भी कटे  हैं। वहीं जानकारी के मुताबिक, सत्ता विरोधी लहर कम करने के लिए बीजेपी इस बार बड़े पैमाने पर विधायकों के टिकट काट सकती है।

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दरअसल, बीजेपी इस रणनीतिक के जरिए अन्य राज्यों के नेताओं और लोकसभा सांसदों को एक संदेश भी देना चाहती है कि यदि उनका फीडबैक ठीक नहीं रहा तो आगामी चुनावों में काम के आधार पर उनके ऊपर भी गाज गिर सकती है। बता दें कि मध्यप्रदेश के कार्यकर्ताओं के कार्यक्रम में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि आपका सबसे बड़ा हथियार नमो ऐप है। जिसके जरिए आप सीधे पीएम से जुड़े हैं। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, पारंपरिक माध्यम से फीडबैक के अलावा कार्यकर्ता अपने प्रतिनिधियों के प्रदर्शन के बारे में सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फीडबैक दे रहे हैं। जाहिर है कि टिकट बंटवारे से पहले नमो ऐप बीजेपी के रणनीतिकारों के लिए कारगार हथियार साबित होगा।

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मध्यप्रदेश में सत्ताधारी बीजेपी 230 सदस्यीय विधानसभा में 165 विधायक हैं। ऐसे में खबर आ रही है कि बीजेपी इनमें से लगभग 70-80 विधायकों के  टिकट काटने पर गंभीर विचार कर रही है। जिनमें से कुछ मंत्री भी शामिल हैं। बीजेपी के एक नेता के नाम न आने की शर्त पर बताया कि कुछ नेताओं के खिलाफ जनता में आक्रोश है, जिसकी वजह से पार्टी के आलाकमान ये फैसला ले सकती है। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान उन्हें काम न करने वाले कुछ नेताओं के बारे में शिकायतें भी मिली हैं। ऐसे में बीजेपी का मानना है कि जिन सीटों पर उनके नेताओं के खिलाफ जनता का आक्रोश है, उन सीटों पर नए चेहरों के साथ उतरा जाए।

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उल्लेखनीय है कि 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 25 फीसदी सीटों पर नए चेहरों को उतारा था, जिसमें से 75 फीसदी उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की । जाहिर है कि पार्टी इस फॉर्मूले को फिर से आजमाना चाहती है। इस बार इसकी संख्या में इजाफा हो सकता है।

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Yaspal

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