Fact Check: एम्बुलेंस न मिलने पर बच्चे के शव को बाइक पर ले जाते पिता का वीडियो पुराना, भ्रामक दावे से वायरल
punjabkesari.in Saturday, Jan 11, 2025 - 02:48 PM (IST)
Fact Check by Vishvas News
नेशनल डेस्क: सोशल मीडिया पर बाइक पर बच्चे का शव लेकर जाते एक शख्स का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि तिरुपति हादसे में बच्चे की जान चली गई। पिता एम्बुलेंस का इंतजार करते रहे,लेकिन वो नहीं आई। फिर, उन्हें बच्चे के शव को बाइक पर लेकर जाना पड़ा।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा है। असल में वायरल वीडियो करीब तीन साल पुराना है। जब किडनी और लिवर में परेशानी होने के कारण बच्चे की मौत हो गई थी। बच्चे के निधन के बाद पिता को एम्बुलेंस नहीं मिल पाई थी और वो बाइक पर शव को लेकर गए थे। हालांकि, कई यूजर्स वीडियो को तिरुपति मंदिर हादसे से जोड़कर भी शेयर कर रहे हैं। वीडियो का तिरुपति मंदिर हादसे से कोई संबंध नहीं है।
क्या हो रहा है वायरल ?
फेसबुक यूजर ‘टीजेड ह्यूमैनिटी’ ने 9 जनवरी 2025 को वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “यह सच में दिल दहला देने वाली घटना है। तिरुपति हादसे में मासूम बच्चे की जान गई, और उसके पिता को अपने बेटे के शव के लिए एम्बुलेंस भी नहीं मिली। ऐसी स्थिति में किसी के दर्द और यातना का कल्पना भी करना मुश्किल है। यह हादसा और उसके बाद की परिस्थितियाँ हमें यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि ऐसी घटनाओं में में सुधार के लिए हमें और प्रयास करने होंगे।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
पड़ताल
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने इनविड टूल की मदद से वीडियो के कई कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया। हमें दावे से जुड़ी रिपोर्ट टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 26 अप्रैल 2022 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, 10 वर्षीय बच्चा किडनी और लिवर में परेशानी होने के कारण आंध्र प्रदेश के तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर रामनारायण रुइया सरकारी अस्पताल में भर्ती था। वहां पर बच्चे का इलाज चल रहा था, लेकिन किडनी और लिवर में परेशानी होने के कारण बच्चे की मौत हो जाती है।
डेक्कन हेराल्ड (Deccan herald) की वेबसाइट पर 26 अप्रैल 2022 को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, बच्चे की मौत के बाद पिता ने अस्पताल की एंबुलेंस का इंतजार किया, लेकिन वह नहीं आई। इसके बाद रिश्तेदारों ने वहां मौजूद प्राइवेट एंबुलेंस के ड्राइवर से बातचीत की। लेकिन ड्राइवर ने दस हजार रुपयों की मांग की। पिता ने कहा कि उनके पास इतने पैसे नहीं है। वो आम के बगीचे में काम करते हैं। उनके पास इतने पैसे नहीं है। इस पर ड्राइवर ने ले जाने से मना कर दिया। फिर पिता को बाइक पर शव लेकर जाना पड़ा।
द हिंदू की वेबसाइट पर 26 अप्रैल 2022 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद कार्रवाई करते हुए 4 आरोपी एम्बुलेंस ड्राइवर पर मुकदमा दर्ज किया गया था। साथ ही हॉस्पिटल के रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर को सस्पेंड किया गया था। पड़ताल के दौरान हमें वायरल वीडियो INN Channel नामक यूट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो को 26 अप्रैल 2022 को इसी जानकारी के साथ अपलोड किया गया था।
हमें दावे से जुड़ी एक पोस्ट आंध्र प्रदेश पुलिस के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर मिली। पोस्ट को 9 जनवरी 2025 को पोस्ट किया गया था। पोस्ट में वायरल दावे को गलत बताया गया है। साथ ही फर्जी पोस्ट को शेयर न करने की अपील की गई है।
अधिक जानकारी के लिए हमने आंध्र प्रदेश के स्थानीय पत्रकार श्री हर्षा से संपर्क किया। उन्होंने दावे को गलत बताया है।
गौरतलब है कि नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर 9 जनवरी 2025 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, तिरुपति में तिरुमला श्रीवारी वैकुंठ में टिकट वितरण को लेकर भगदड़ मच गई थी। इस भगदड़ में छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई और दर्जनों घायल हुए हैं।
अंत में हमने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को करीब तीन सौ लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि बाइक पर बच्चे का शव लेकर जाते वीडियो को लेकर किया जा रहा वायरल दावा गलत है। वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि करीब तीन साल पुराना है। जब किडनी और लिवर में परेशानी होने के कारण बच्चे की मौत हो गई थी। बच्चे के निधन के बाद पिता को एम्बुलेंस नहीं मिल पाई थी और वो बाइक पर शव को लेकर गए थे। हालांकि, कई यूजर्स वीडियो को तिरुपति मंदिर हादसे से जोड़कर भी शेयर कर रहे हैं। वीडियो का तिरुपति मंदिर हादसे से कोई संबंध नहीं है।
(Disclaimer: यह फैक्ट चेक मूल रुप से Vishvas News द्वारा किया गया है जिसे Shakti collective की मदद से पंजाब केसरी ने प्रकाशित किया।)