जगन्नाथ रथयात्रा में बेकाबू हुए गजराज, मची अफरा-तफरी, देखें Video
punjabkesari.in Friday, Jun 27, 2025 - 12:11 PM (IST)

नेशनल डेस्क: गुजरात के अहमदाबाद में आज जगन्नाथ रथयात्रा में अफरा-तफरी मच गई, क्योंकि एक गजराज अचानक बेकाबू हो गए और उन्हें देख बाकी गजराज भी शोर मचाने लगे। गजराज सड़क पर भीड़ के बीच भागने लगे तो उन्हें देखकर लोग भी इधर उधर भागने लगे। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को सुरक्षित दूरी पर ले जाकर स्थिति को नियंत्रित किया। कुछ लोग गजराज के दौड़ने के दौरान उसकी चपेट में आने से बच गए, लेकिन इस घटना ने रथयात्रा के दौरान सुरक्षा इंतजामों की असलियत उजागर कर दी है। पुलिस और आयोजकों ने सभी से अपील की है कि वे इस तरह की भीड़-भाड़ वाली जगहों पर सतर्क रहें और सुरक्षा नियमों का पालन करें। रथयात्रा के आयोजक घटना की जांच कर रहे हैं। गजराज के अचानक बेकाबू होने और दौड़ने के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं। फिलहाल गजराज वन विभाग और डॉक्टरों की देखरेख में हैं। उन्हें महावत भी कंट्रोल नहीं कर पाए।
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— Khushbu Goyal (@kgoyal466) June 27, 2025
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निकाली जा रही 148वीं रथयात्रा
बता दें कि गुजरात के अहमदाबाद शहर की प्रसिद्ध 148वीं रथयात्रा आज निकाली जा रही है। इसमें गजराज हमेशा आकर्षण का केंद्र होते हैं। इस बार रथयात्रा में कुल 16 गजराज शामिल हुए हैं। अहमदाबाद की रथयात्रा ओडिशा के पुरी की रथयात्रा के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी जगन्नाथ रथयात्रा है। आज रथयात्रा निकलने से पहले,केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अहमदाबाद के जगन्नाथजी मंदिर में जाकर मंगला आरती की। उनके साथ मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी नजर आए। मंगला आरती के बाद भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की प्रतिमाओं को रथों में विराजमान करके रथयात्रा की शुरुआत की गई। रथयात्रा में शामिल होने आए भक्तों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। रथयात्रा में आस्था का सैलाब उमड़ा हुआ है, लेकिन गजराज के बेकाबू होने से आयोजकों और अहमदाबाद पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है।
आज ही मंदिर में लौट आएंगे भगवान
बता दें कि रथयात्रा जमालपुर स्थित मंदिर से शुरू हुई है और शाम को करीब साढ़े 8 बजे भगवान को लेकर इसी मंदिर में लौट आएगी। रथयात्रा सुबह करीब 7 बजे शुरू हुई थी। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पाहिंद विधि पूरी करके इसकी शुरुआत की थी। इससे पहले सुबह 5 से 6 बजे के बीच भगवान और उनके भाई-बहन को रथों पर बैठाया गया था। भगवान जगन्नाथ के रथ के आगे सोने की झाड़ू लगाई जाती है। रथयात्रा से पहले जगन्नाथ मंदिर में सुबह 4 बजे मंगला आरती हुई थी और भगवान को खिचड़ी का भोग लगाया गया था। बता दें कि आज ही ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथयात्रा निकलेगी। राजस्थान के उदयपुर शहर में करीब 80 किलो चांदी से बने रथ में भगवान जगन्नाथ सवार होंगे।