अब वियतनाम पर ओबामा ने दिखाई दरियादिली

punjabkesari.in Tuesday, May 24, 2016 - 06:24 PM (IST)

अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा इन दिनों अपने एशिया दौरे के तहत एशिया-प्रशांत क्षेत्र की यात्रा पर हैं। हालांकि उन्होंने यात्रा को शुरू करने से पहले कहा था इसका लक्ष्य देश की आर्थिक और सुरक्षा हितों की रक्षा करना है। चीन को घेरने से इसका कोई इरादा नहीं है। गौर करने की बात है कि अमरीका का चीन के साथ 500 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार है। उसका दावा है कि वैश्विक रूप से सुरक्षा और समृद्धि को चुनौती देने वाली समस्याओं को हल करने के लिए वह चीन के साथ को बेहतर तरीका खोजने की कोशिश करेगा। इसके बावजूद विशेषज्ञों का मानना है कि एशिया में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए अमरीका ने म्यांमार के बाद अब वियतनाम के आगे दोस्ती का हाथ बढ़ा दिया है। 

वियतनाम वही देश है जिस पर अमरीका ने 50 साल पहले कई प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। वियतनाम जैसे एक छोटे से देश ने युद्ध में अमरीका को झुका दिया था। लगभग 20 वर्षोंं तक दोनों में चले युद्ध में अमरीका पराजित हुआ था। वियतनाम भी अपनी स्वतंत्रता के लिए वर्षों से विश्व के सबसे शक्तिशाली माने जाने वाले देश अमरीका के साथ बड़ी बहादुरी के साथ लड़ता रहा। अब ओबामा ने वियतनाम पर लगे सभी प्रतिबंध हटा दिए है। 

इनमें वियतनाम पर लगे वे प्रतिबंध हैं जिनमें फौजी उपकरण बेचने पर रोक लगाई गई थी। ऐसे सभी प्रतिबंधों को हटा दिया गया है। देखा जा रहा है कि अब चीन के बढ़ते प्रभाव के कारण अमरीका एशियाई देशों के करीब आ रहा हैं। पाकिस्तान चीन के निकट जा रहा है, इसलिए उसके प्रति अमरीका का व्यवहार बदलता जा रहा है। माना जा रहा है कि किसी अमरीकी राष्ट्रपति ने 41 साल बाद वियतनाम दौरा किया है। 

संभवत्: दक्षिणी चीन सागर में चीन की दखलांदाजी को रोकने के लिए अमरीका तय करेगा कि वियतनाम को कैसे हथियारों की जरुरत है। इसीलिए ओबामा कहते हैं कि  वियतनाम को बेचे जाने वाले हर हथियार पर ध्यान रख जाएगा, जिससे खुद को सुरक्षित रखने की वियतनाम की जरूरत के सभी उपकरण उसे मिल सकें। फिलहाल वियतनाम के पास सोवियत संघ के जमाने के पुराने जंग लगे हथियार हैं। पिछले एक दशक में उसने हथियार खरीद के बजट में 130 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है।

विशेषज्ञों का मानना है कि प्रशांत महासागर क्षेत्र के अमरीका के सहयोगी देशों के साथ संबंध सुधारने की कोशिश में वियतनाम काफी महत्वपूर्ण है। दुनिया के प्रमुख पानी के रास्तों में से एक दक्षिण चीन सागर के विवादित क्षेत्र में अपना दावा मजबूत करने वाले चीन का मुकाबला करने में वियतनाम अहम भूमिका निभा सकता है। इसीलिए ओबामा ने भी कहा कि अमरीका और वियतनाम कई समुद्री मुद्दों पर, खास कर दक्षिण चीन सागर में आवाजाही की आजादी को बरकरार रखने जैसे कई आपसी चिंताओं को दूर करने पर काम करेंगे। प्रशांत महासागर क्षेत्र में तेजी से आक्रामक रवैया दिखाने वाले चीन का मुकाबला करने में वियतनाम को इस प्रतिबंध के हटने से मनोवैज्ञानिक मदद मिलेगी। 

इससे पहले अक्टूबर 2013 में ओबामा ने फिलीपींस और मलेशिया की यात्रा पर जाने का कार्यक्रम बनाया था। किन्हीं कारणों यह यात्रा रद्द हो गई थी। तब उनके स्थान पर विदेश मंत्री जॉन केरी फिलीपींस गए थे। ओबामा ने तब कहा था कि वे अपने कार्यकाल के आखिर में वह एशिया की य़ात्रा करेंगे। वे इन दिनों एशिया के दौरे पर हैं। इसी वर्ष नवंबर माह अमरीका में नए राष्ट्रपति का चुनाव होना है।

 

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