नशे में धुत डॉक्टर पर महिला कर्मचारी से रेप की कोशिश का आरोप, महिला ने डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट को ब्लेड से काटा, और फिर…
punjabkesari.in Friday, Sep 13, 2024 - 10:19 AM (IST)
नेशनल डेस्क: बिहार के समस्तीपुर जिले में एक निजी अस्पताल में महिला कर्मचारी के साथ रेप की कोशिश का मामला सामने आया है। आरोप है कि चिकित्सक और उनके दोस्तों ने महिला कर्मचारी के साथ दुष्कर्म की कोशिश की, लेकिन महिला ने अपने बचाव में चिकित्सक के प्राइवेट पार्ट को ब्लेड से काट दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।
पुलिस अधिकारी ने इस बारे में बात करते हुए बताया कि बुधवार की रात को मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के निर्माणाधीन आरबीएस हेल्थ केयर सेंटर में सेंटर के संचालक डॉक्टर संजय कुमार ने शराब के नशे में अपने दो अन्य साथियों साथ मिलकर अस्पताल की एक महिला कर्मचारी के साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की। जिस वजह से महिला ने अपना बचाव करते हुए डॉक्टर पर ब्लेड के साथ हमला कर दिया और उसके प्राइवेट पार्ट को काट डाला। इसके बाद वे महिला अस्पताल से भाग गई और पुलिस को इसके बारे में बताया।
समस्तीपुर के अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार पांडेय ने गुरुवार को बताया कि महिला के बयान पर मुसरीघरारी थाना में प्राथमिकी दर्ज कर इस मामले के सभी आरोपी चिकित्सक और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने घटना में अपनी संलिप्तता को स्वीकार किया है। इसके अलावा उन्होंने ये भी बताया कि घटनास्थल से कई महत्वपूर्ण साक्ष्य बरामद किए गए हैं। महिला कर्मचारी ने अपने साथ हो रही बदसलूकी के खिलाफ आवाज उठाई और अपने बचाव में डॉक्टर पर ब्लेड से वार किया। यह एक बहादुरी भरा काम है, जिसने महिला को अपने अधिकारों के लिए लड़ने की प्रेरणा दी है।
पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच कर रही है। आरोपियों की पहचान डॉक्टर संजय कुमार, सुनील गुप्ता और अवधेश कुमार के रूप में की गई है। यह घटना महिला सुरक्षा के लिए उठने वाले सवालों को बढ़ाती है। महिलाएं अपने अधिकारों के लिए लड़ने के लिए क्या करना चाहिए? क्या हमें महिला सुरक्षा के लिए और अधिक कदम उठाने चाहिए? पुलिस घटना की जांच कर रही है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। महिला कर्मचारी को सुरक्षा प्रदान की जाएगी और आरोपियों को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा। इस घटना ने समाज में महिला सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाई है और महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए लड़ने की प्रेरणा दी है।