रेप के झूठे आरोप में फंसे तीन खिलाड़ी बरी, 18 साल बाद महिला ने कबूला - मैंने झूठ बोला था
punjabkesari.in Saturday, Dec 14, 2024 - 03:46 PM (IST)
नेशनल डेस्क: अमेरिका में एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें एक महिला ने 18 साल बाद यह स्वीकार किया कि उसने तीन खिलाड़ियों पर झूठा रेप आरोप लगाया था। इस झूठे आरोप के कारण इन खिलाड़ियों को लंबा कानूनी संघर्ष करना पड़ा, और उनकी ज़िंदगी प्रभावित हुई। महिला ने स्वीकार किया कि वह यह आरोप केवल उन खिलाड़ियों को सज़ा दिलाने के लिए लगा रही थी, क्योंकि वह उनसे नाराज थी।
मामला क्या था?
यह घटना 2006 की है, जब क्रिस्टल मैंगम और एक अन्य डांसर को ड्यूक यूनिवर्सिटी के लैक्रोस खिलाड़ियों ने एक पार्टी में परफॉर्म करने के लिए बुलाया था। प्रदर्शन के बाद, क्रिस्टल ने आरोप लगाया कि तीन खिलाड़ियों- डेविड इवांस, कोलिन फिनर्टी, और रीड सेलिगमैन ने उनके साथ रेप किया। इस आरोप के बाद यह मामला कोर्ट में गया और कई सालों तक विवादित बना रहा।
तीनों खिलाड़ियों को निर्दोष घोषित किया
2007 में, अदालत ने इन तीनों खिलाड़ियों को निर्दोष घोषित कर दिया और आरोप हटा दिए। जांच में यह भी सामने आया कि डरहम काउंटी के जिला अटॉर्नी माइक निफोंग ने मामले में सबूतों को जानबूझकर छिपाया था, जिसके कारण उन्हें बर्खास्त कर दिया गया।
क्रिस्टल ने कबूला- मैंने झूठ कहा था
कुछ समय पहले, क्रिस्टल मैंगम ने एक पॉडकास्ट में इस घटना की सच्चाई बताई। उन्होंने कहा, "मैंने उनके खिलाफ झूठी गवाही दी थी। वे मेरे साथ रेप नहीं कर रहे थे। मैं बस यह चाहती थी कि वे समझें कि मैं उनसे प्यार करती हूं। वे यह सज़ा नहीं पाने के लायक थे।" क्रिस्टल ने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वे तीनों खिलाड़ी उन्हें माफ कर देंगे।
क्रिस्टल का दोषी होना
इसी बीच, क्रिस्टल मैंगम को एक हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया और वह अब 'उत्तरी कैरोलिना सुधारात्मक महिला संस्थान' में बंद हैं। यह मामला अमेरिका में लंबे समय तक चर्चा में रहा और मीडिया में इसे नस्ल, वर्ग और विशेषाधिकार के मुद्दे से जोड़ा गया। 18 साल बाद इस मामले का खुलासा होने से यह सवाल उठता है कि कैसे कभी-कभी सख्त कानून का दुरुपयोग किया जा सकता है, जिससे किसी की जिंदगी पर गहरा असर पड़ता है।