इन 5 भारतीय खिलाड़ियों का चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में खेलने का टूटा सपना, नहीं मिली जगह
punjabkesari.in Saturday, Jan 18, 2025 - 08:23 PM (IST)
नई दिल्ली: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए टीम इंडिया का चयन कर लिया गया है। इसके अलावा इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली 3 वनडे मैचों की सीरीज के लिए भी टीम का ऐलान किया गया है। हालांकि, इस बार कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें टीम में जगह नहीं मिली, जिनसे उम्मीद की जा रही थी। आइए जानते हैं कि कौन से 5 खिलाड़ी इस बार टीम में शामिल नहीं हो पाए हैं।
संजू सैमसन
संजू सैमसन को चैंपियंस ट्रॉफी की टीम में जगह नहीं मिली है। उन्होंने अपनी आखिरी वनडे पारी में शतक लगाया था और आखिरी 5 टी20 मैचों में तीन शतक भी बनाए थे। हालांकि, टीम इंडिया में विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर ऋषभ पंत को चुना गया है, जबकि उनके बैकअप के रूप में केएल राहुल को रखा गया है।
करुण नायर
विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद करुण नायर को चैंपियंस ट्रॉफी में जगह नहीं मिली। उन्होंने 5 शतक लगाए और उनका औसत 700 से अधिक रहा। नायर ने हाल ही में यह कहा था कि वह फिर से टीम इंडिया के लिए खेलना चाहते हैं, लेकिन उनके अच्छे प्रदर्शन के बावजूद उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया।
वरुण चक्रवर्ती
टी20 टीम में वापसी करने के बाद वरुण चक्रवर्ती का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा था, और विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने एक मैच में 5 विकेट भी लिए थे। बावजूद इसके, उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की टीम से बाहर रखा गया। वह टीम इंडिया के लिए एक्स फैक्टर साबित हो सकते थे, लेकिन चयनकर्ता ने उन्हें मौका नहीं दिया।
सूर्यकुमार यादव
टीम इंडिया के टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव को भी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की टीम में जगह नहीं मिली है। वनडे वर्ल्ड कप 2023 में मिडिल ऑर्डर में श्रेयस अय्यर और केएल राहुल ने शानदार प्रदर्शन किया था, जबकि सूर्यकुमार यादव वनडे क्रिकेट में संघर्ष करते हुए नजर आए थे। इस कारण वह टीम में अपनी जगह नहीं बना पाए।
मोहम्मद सिराज
हाल के समय में मोहम्मद सिराज अपनी फॉर्म को लेकर संघर्ष करते हुए नजर आए हैं। उन्हें भी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की टीम से बाहर रखा गया है। सिराज पुरानी गेंद से ज्यादा असरदार नहीं होते, और रोहित शर्मा ने भी बयान में कहा था कि उन्हें टीम में एक बाएं हाथ के तेज गेंदबाज की जरूरत थी, इसलिए अर्शदीप सिंह को चुना गया, जिससे सिराज को बाहर होना पड़ा।