House Construction: खेती की ज़मीन पर घर बनाना चाहते हैं? तो पहले जान लें ये नियम वरना हो सकता है भारी नुकसान
punjabkesari.in Thursday, May 29, 2025 - 11:52 AM (IST)

नेशनल डेस्क: बहुत से लोग शहर की भीड़-भाड़ से दूर, शांत वातावरण में अपना घर बनवाने का सपना देखते हैं। खासकर जब किसी के पास खुद की खेतिहर ज़मीन हो, तो वहां घर बनाने की सोच आना लाज़मी है। लेकिन ज़रा ठहरिए! क्या आप जानते हैं कि खेती की ज़मीन पर बिना सरकारी इजाज़त के मकान बनाना गैरकानूनी है? अगर आप भी ऐसी ज़मीन पर निर्माण का प्लान बना रहे हैं, तो नीचे बताए गए नियम और प्रक्रिया को ध्यान से पढ़ें। ये जानकारी आपकी ज़मीन, पैसा और समय — तीनों को बचा सकती है।
क्या है खेती योग्य जमीन और क्यों नहीं बना सकते इस पर सीधे घर?
खेती योग्य ज़मीन वह होती है जिस पर नियमित रूप से खेती की जाती है - यानी अनाज, फल-सब्ज़ियां या चारा उगाया जाता है। भले ही ज़मीन आपके नाम हो, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि आप उस पर सीधा मकान खड़ा कर लें। सरकार ने इस पर कुछ कायदे तय किए हैं ताकि कृषि भूमि का मनमाना उपयोग रोका जा सके।
क्या होता है कन्वर्ज़न और क्यों है ज़रूरी?
अगर आप सच में चाहते हैं कि खेत पर घर बने - तो आपको सबसे पहले ज़मीन का 'लैंड यूज़ कन्वर्ज़न' कराना होगा। यानी कृषि भूमि को कानूनी रूप से आवासीय ज़मीन में तब्दील कराना। इसके लिए आपको अपने राज्य की संबंधित अथॉरिटी जैसे नगर परिषद या ग्राम पंचायत से अनुमति (NOC) लेनी होती है। साथ ही एक निर्धारित शुल्क भी देना होता है।
कन्वर्ज़न के लिए कौन-कौन से दस्तावेज चाहिए?
कन्वर्ज़न की प्रक्रिया थोड़ी कागजी ज़रूर है, लेकिन जरूरी भी। इसके लिए आपको नीचे दिए गए डॉक्युमेंट्स की ज़रूरत पड़ेगी:
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ज़मीन के मालिकाना हक़ का प्रमाण (रजिस्ट्री या पट्टा)
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पहचान पत्र (आधार/पैन)
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लैंड यूज़ प्लान (Land Utilization Plan)
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ज़मीन का नक्शा (Survey Map)
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पिछली फसल का रिकॉर्ड
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भूमि राजस्व की रसीदें
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बकाया या कानूनी विवाद न होने का प्रमाण
बिना परमिशन बनवाया मकान तो क्या होगा?
अगर आपने बिना अनुमति के कृषि भूमि पर मकान बना लिया, तो यह अवैध माना जाएगा। न सिर्फ जुर्माना भरना पड़ेगा, बल्कि प्रशासन आपका मकान गिराने का भी आदेश दे सकता है। साथ ही, अगर आपने ऐसी ज़मीन किसी से खरीदी है जो प्लॉटिंग करके बेच रहा है, तो आपका पैसा भी डूब सकता है।