Gold price: सोने की कीमत में 3 महीने में सबसे बड़ी गिरावट, जानें कहां तक जाएगी कीमत?
punjabkesari.in Monday, Mar 03, 2025 - 10:17 AM (IST)
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नई दिल्ली: पिछले हफ्ते डॉलर इंडेक्स में आई मजबूती के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत 2.7% गिरकर $2,858 प्रति औंस पर आ गई। यह पिछले तीन महीनों में सोने की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट रही। घरेलू बाजार में एमसीएक्स पर भी सोना 2% से ज्यादा गिरकर ₹84,219 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट अस्थायी है और जल्द ही सोने की कीमतें $3,000 प्रति औंस और ₹88,000 प्रति 10 ग्राम के स्तर को छू सकती हैं।
कामा जूलरी के एमडी कोलिन शाह ने कहा, "ट्रेड वॉर और जियोपॉलिटिकल टेंशन से सोने की कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है। हमारा अनुमान है कि जल्द ही यह $3,000 प्रति औंस के ऊपर जा सकता है।"
सोने की कीमतें कहां तक जाएंगी?
27 फरवरी को जारी हुए सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका की जीडीपी ग्रोथ दिसंबर तिमाही में घटकर 2.3% रह गई, जो कि सितंबर तिमाही में 3.1% थी। इसके अलावा, अमेरिका में पर्सनल कंजम्पशन एक्सपेंडिचर (PCE) भी घटा है, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती कर सकता है।
प्रभुदास लीलाधर के सीईओ संदीप रायचुरा ने कहा, "गोल्ड प्राइसेज के लिए अगला टारगेट $3,000 प्रति औंस है। थोड़े समय की गिरावट के बाद यह स्तर जल्द हासिल होने की उम्मीद है।
केंद्रीय बैंकों की बढ़ती खरीद से सोने को सपोर्ट
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, 2022, 2023 और 2024 में लगातार तीसरे साल केंद्रीय बैंकों ने 1,000 टन से अधिक सोना खरीदा है।
- RBI ने 2024 में अब तक 73 टन सोना खरीदा।
- चीन के केंद्रीय बैंक ने लगातार तीसरे महीने गोल्ड रिजर्व बढ़ाया, जो अब 2,285 टन तक पहुंच गया है।
- गोल्डमैन सैक्स ने 2025 के अंत तक सोने का अनुमान बढ़ाकर $3,100 प्रति औंस कर दिया है।
मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के अनुसार, "केंद्रीय बैंकों की बढ़ती खरीदारी और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के चलते गोल्ड लॉन्ग टर्म में मजबूत बना रहेगा।"
चीन और पाकिस्तान की नई सोने की खदानों का असर
हाल ही में चीन और पाकिस्तान में बड़ी सोने की खदानें खोजी गई हैं, जिससे उनकी अर्थव्यवस्था को बड़ा फायदा हो सकता है। चीन पहले से ही गोल्ड मार्केट में लीडर है और इन नई खोजों से उसकी स्थिति और मजबूत होगी। पाकिस्तान को भी इन खदानों से अपनी अर्थव्यवस्था को सुधारने में मदद मिल सकती है।
गोल्ड मार्केट कैप $20 ट्रिलियन के पार सोने की कीमतें पिछले 14 महीनों में 50% तक बढ़ चुकी हैं, जिससे इसका कुल मार्केट कैप पहली बार $20 ट्रिलियन के पार पहुंच गया, जो चीन की कुल जीडीपी से भी ज्यादा है। डॉलर इंडेक्स में हल्की कमजोरी और ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें सोने को सपोर्ट दे सकती हैं। केंद्रीय बैंकों की खरीदारी जारी है, जिससे लॉन्ग टर्म में गोल्ड मजबूत बना रहेगा। अगर जियोपॉलिटिकल टेंशन और आर्थिक अनिश्चितता बढ़ती है, तो गोल्ड नई ऊंचाइयों पर जा सकता है।