Gold प्राइस को लेकर Goldman Sachs का अनुमान, इस लेवल तक जाएगी सोने की कीमत

punjabkesari.in Wednesday, Feb 19, 2025 - 04:47 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः सोने के दाम लगातार नए रिकॉर्ड बना रहे हैं। जानकारों का मानना है कि अगर यही तेजी जारी रही, तो 24 कैरेट सोने का भाव प्रति 10 ग्राम 1 लाख रुपए तक पहुंच सकता है। 29 जनवरी के बाद से सोना एक भी दिन सस्ता नहीं हुआ है और 19 फरवरी को भी इसकी कीमत में इजाफा देखा गया।

इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का भाव 740 रुपए बढ़कर 86,430 रुपए पर पहुंच गया, जो पहले 85,690 रुपए था। इससे पहले 14 फरवरी को सोना 86,089 रुपए के ऑलटाइम हाई पर पहुंचा था।

सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं

आपको बता दें, गोल्डमैन सैक्स ने गोल्ड प्राइस का फॉरकास्ट बढ़ाकर 2025 के अंत तक 3,100 डॉलर प्रति औंस कर दिया है। इसके अलावा, सेंट्रल बैंक्स की खरीदारी और यूरोप में संभावित कमी के चलते गोल्ड की डिमांड और बढ़ सकती है। ऐसे में गोल्ड के लिए ट्रेंड अभी भी बुलिश है यानी इसकी कीमत भविष्य में और भी ज्यादा बढ़ सकती है।

1 जनवरी से अब तक सोना ₹10,268 महंगा हुआ

इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का दाम 76,162 रुपए से 10,268 रुपए बढ़कर 86,430 रुपए पर पहुंच गया है। वहीं, चांदी का भाव भी 86,017 रुपए प्रति किलो से 10,983 रुपए बढ़कर 97,000 रुपए पर पहुंच गया है।

ट्रंप के टैरिफ के झटके से ऊपर चढ़ रहा सोना!

गोल्ड की कीमतों में इजाफे का प्रमुख कारण ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी को बताया जा रहा है। ट्रंप ने तीन देशों से स्टील और एल्यूमीनियम के इंपोर्ट पर 25 फीसदी टैरिफ लगा दिया। इस वजह से मेटल मार्केट में कोहराम मच गया। इसके असर से सोने की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिल रही है। ट्रम्प के अमेरिका के राष्ट्रपति बनने से जियो पॉलिटिकल टेंशन भी बढ़ गई है। सोने के भागने के पीछे यह भी एक बड़ा कारण है। डॉलर के मुकाबले रुपए के कमजोर होने से भी सोना महंगा हो रहा है। इसके अलावा महंगाई बढ़ने से भी सोने की कीमत को सपोर्ट मिल रहा है। शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव बढ़ने से भी लोग गोल्ड में निवेश बढ़ा रहे हैं।

भारत में कल्चर से भी तय हो रहा गोल्ड वैल्यू

सोने के दाम ऊपर-नीचे होने के पीछ ग्लोबल ट्रेंड का काफी रोल होता है लेकिन अगर हम भारत में गोल्ड प्राइस की जगह गोल्ड वैल्यू की बात करें तो यह मार्केट की जगह काफी हद तक कल्चर से तय होता है। भारत में गोल्ड कल्चरल एसेट के रूप में वेल्थ और सिक्योरिटी का सिंबल है। अगर हम इन्वेस्टमेंट की दृष्टि से विचार करें तब भी गोल्ड के बारे में इन्हीं की प्रधानता दी जाती है। इसी कारण भारत में गोल्ड रेट का ट्रेंड ग्लोबल कंडीशन, करेंसी की उठापटक के साथ ही डोमेस्टिक डिमांड के आधार पर भी तय होता है।


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Content Writer

jyoti choudhary

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