रिपेयरिंग सेंटर पर फोन देते वक्त भूलकर भी न करें ये बड़ी गलती, वरना लीक हो सकती है प्राइवेट वीडियोज
punjabkesari.in Thursday, Sep 04, 2025 - 02:56 PM (IST)

नेशनल डेस्क: स्मार्टफोन आज हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है, जिसमें हमारी तस्वीरें, वीडियो, बैंकिंग डिटेल्स और कई अन्य निजी जानकारियां होती हैं। लेकिन सोचिए, अगर फोन रिपेयर के लिए देने के बाद आपकी प्राइवेट जानकारी लीक हो जाए तो? हाल ही में कोलकाता में एक महिला के साथ ऐसी ही एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां फोन रिपेयरिंग के लिए देने के बाद उसकी कुछ निजी वीडियो इंटरनेट पर लीक हो गईं।
इस घटना के सामने आने के बाद साइबर एक्सपर्ट्स और पुलिस अधिकारियों ने लोगों को फोन रिपेयरिंग के दौरान सतर्क रहने की सलाह दी है। आइए जानते हैं कि फोन रिपेयरिंग के लिए देने से पहले किन सावधानियों को अपनाकर आप अपनी प्राइवेसी की सुरक्षा कर सकते हैं...
1. स्मार्टफोन के 'रिपेयर मोड' या 'मेंटेनेंस मोड' का करें इस्तेमाल
फोन रिपेयरिंग पर देने से पहले स्मार्टफोन के इन-बिल्ट सुरक्षा फीचर्स जैसे ‘Maintenance Mode’, ‘Repair State’ या ‘Repair Mode’ का इस्तेमाल करें। ये फीचर्स आपके फोन को अनधिकृत एक्सेस से बचाते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल?
फोन की सेटिंग में जाएं और सर्च बार में संबंधित मोड का नाम डालकर फीचर को खोजें और उसे ऑन करें। ध्यान रहे कि यह तभी संभव है, जब फोन अब भी ऑन हो रहा हो।
2. डेटा का बैकअप लें और फैक्टरी रीसेट करें
यदि फोन ऑन हो रहा है और स्क्रीन काम कर रही है, तो सबसे पहले अपने सभी जरूरी डेटा का बैकअप ले लें। इसके लिए आप Google Drive, iCloud या किसी लैपटॉप का इस्तेमाल कर सकते हैं। बैकअप लेने के बाद, फोन को फैक्टरी रीसेट करना सबसे सुरक्षित विकल्प होता है ताकि कोई आपकी निजी जानकारी तक न पहुंच सके। हालांकि, यह तभी करें जब रिपेयरिंग के लिए आपके पास कोई दूसरा रास्ता हो (जैसे सॉफ्टवेयर फिक्स या स्क्रीन रिप्लेसमेंट इत्यादि)।
3. सिम कार्ड और मेमोरी कार्ड तुरंत निकालें
रिपेयरिंग सेंटर पर फोन देने से पहले हमेशा यह सुनिश्चित करें कि आपने सिम कार्ड निकाल लिया है, ताकि कोई आपकी कॉल्स, मैसेज या ओटीपी एक्सेस न कर सके। मेमोरी कार्ड निकाल लिया है, जिसमें आपकी फोटोज़, वीडियो या अन्य निजी डेटा हो सकता है।
4. सिक्योर फोल्डर और ऐप लॉक का करें इस्तेमाल
कई स्मार्टफोन्स में Secure Folder नाम का फीचर होता है, जिसमें आप अपनी फोटोज़, वीडियो, डॉक्यूमेंट्स और ऐप्स को छिपा सकते हैं। यह फीचर सैमसंग, वनप्लस समेत कई एंड्रॉयड फोन्स में उपलब्ध है। साथ ही, आप थर्ड पार्टी ऐप्स या इनबिल्ट App Lock का इस्तेमाल करके भी कुछ ऐप्स को पासवर्ड से लॉक कर सकते हैं।
5. यदि कुछ गलत हो तो पुलिस या साइबर सेल में करें रिपोर्ट
यदि आपके साथ भी ऐसी कोई घटना घटती है, जहां आपके निजी डेटा का दुरुपयोग हुआ है, तो घबराएं नहीं। तुरंत अपनी नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज करवाएं। कई बार तकनीकी सबूतों के आधार पर अपराधियों को पकड़ना संभव होता है।