DDA की आवास योजनाओं से मोहभंग, लगभग आठ हजार फ्लैटों को ड्रा से बाहर किया गया

punjabkesari.in Wednesday, Jul 24, 2019 - 04:02 AM (IST)

नई दिल्ली: कभी डीडीए की आवासीय योजनाओं में फ्लैट लेने के लिए लोग मुंहमांगी कीमत तक देने को तैयार होते थे, लेकिन खराब नीति के कारण अब लोगों का डीडीए की योजनाओं से मोहभंग होने लगा है। यही वजह भी है कि मंगलवार को हुए 17922 आवासीय फ्लैट योजना 2019 के ड्रा में अंतिम समय में लगभग आठ हजार फ्लैट को ड्रा से बाहर कर दिया गया। सिर्फ 10294 फ्लैट को ड्रा में शामिल किया गया। जबकि आवंटन सिर्फ 8,438 फ्लैटों का ही हो सका। साथ ही असफल आवेदकों को एक सप्ताह के भीतर पंजीकरण राशि वापस लौटाने की प्रक्रिया भी आरंभ कर दी गई है। 

डीडीए वीसी तरुण कपूर के मुताबिक चूंकि अधिकतर आवेदन वसंत कुंज के फ्लैटों के लिए थे। वसंत कुंज में एक-एक फ्लैट के लिए करीब 25-30 आवेदन थे। जबकि  ईडब्ल्यूएस व नरेला के एलआईजी फ्लैट के लिए आवेदन अपेक्षाकृत कम आने के कारण यह निर्णय लिया गया। ड्रा रिटायर्ड जज एसएनअग्रवाल की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय पैनल की निगरानी में हुआ। जिसे डीडीए निदेशक(साफ्टवेयर)वीएस तोमर ने कंप्यूटरीकृत ढंग से पूरा कराया। 

डीडीए वीसी के अनुसार पिछली योजनाओं को देखते हुए तथा आवेदनों की कम संख्या के आधार पर नरेला के सभी फ्लैटों को इस ड्रा में शामिल नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि पिछली योजना में सभी फ्लैट विभिन्न स्थान पर होने की वजह से ड्रा में शामिल किये गए थे। लेकिन लोगों ने उन फ्लैटों में इंफ्रास्ट्रक्चर व कनेक्टिविटी से संबंधित कई तरह की समस्या बताई। उल्लेखनीय है कि डीडीए को कुल 45012 आवेदन इस ड्रा के लिए मिले थे। योजना को 25 मार्च को लांच किया गया था। बाद में इसकी अंतिम तिथि 10 जनू तक बढ़ाई गई थी। 

बताया जाता है कि नरेला में फ्लैटों के लिए 5000 आवेदन आए थे। इसमें टू बीएचके वाले फ्लैट भी शामिल थे। ईडब्ल्यूएस श्रेणी के लिए 7700 फ्लैटों के मुकाबले सिर्फ 1500 आवेदन यहां प्राप्त हुए थे। नतीजतन डीडीए ने ईडब्ल्यूएस फ्लैटों में से 2616 फ्लैटों को ड्रा में शामिल किया। नरेला में बसावट पर ध्यान देने के लिए सलाहकार की मदद लेगा डीडीए: डीडीए वीसी का कहना है कि नरेला में फ्लैटों के प्रति कम आकर्षण को देखते हुए डीडीए यहां किस तरह से इलाके में सुधार किया जाए और पहले से बने हुए फ्लैटों की दशा कैसे और बेहतर बनाई जाए, इसे सलाहकार की मदद से दूर करेगा। ताकि घर की तलाश में भटकने वालों  सही योजना मिल सके। 

शामिल किए गए फ्लैट
श्रेणी-2    —152
श्रेणी-3    —336
ईडब्ल्यूएस -2616
एलआईजी  -5635
एमआईजी  -1555 

आवेदकों को डीडीए देगा 40 प्रतिशत तक की छूट
डीडीए वीसी तरुण कपूर के मुताबिक योजना में सफल रहे आवेदकों को 40 फीसदी की छूट निर्माण लागत पर दी जाएगी। यदि कोई फ्लैट सत्रह लाख का है तो आवेदक को वह फ्लैट अब बारह लाख रुपये में मिलेगा। जल्द ही डीडीए शेष फ्लैटों की बिक्री के लिए आवेदकों को आकर्षित करने की योजना के लिए विज्ञापन भी जारी करेगा। ताकि लोग इन फ्लैटों के प्रति आकर्षित हो सकें। वैसे यह सभी फ्लैट अच्छी दशा में हैं। उन्होंने कहा कि चूंकि नरेला में दो हजार वन बेडरूम फ्लैटों के लिए एक भी आवेदन नहीं मिला। इसलिए उन फ्लैटों को डीडीए ने ड्रा में शामिल न करने का निर्णय लिया है। इन फ्लैटों को ड्रा में शामिल कर अथवा बेचकर डीडीए लोगों को धोखा नहीं देना चाहता है। ऐसे में अब इन फ्लैटों की दशा सुधारने पर पुन:विचार किया जाएगा। एलजी अनिल बैजल से भी इन फ्लैटों के बारे में बात की गई है। 


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Pardeep

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