बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा को लेकर दिलीप घोष ने जंतर-मंतर पर किया विरोध प्रदर्शन, ममता के लिए कही बड़ी बात
punjabkesari.in Tuesday, Oct 19, 2021 - 06:43 PM (IST)

नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा है कि बंगलादेश सरकार को हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा की घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए। भाजपा उपाध्यक्ष और पश्चिम बंगाल से सांसद दिलीप घोष ने मंगलवार को यहां दिल्ली में बंगलादेश में हो रही साम्प्रदायिक हिंसा के खिलाफ एक प्रदर्शन में भाग लिया।
घोष ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला करते हुए कहा कि पड़ोसी देश मे हो रही हिंसा की घटनाओं पर उनकी चुप्पी संदिग्ध है। उन्होंने यूनीवार्ता से इस मुद्दे पर बातचीत करते हुए कहा, ‘‘ इस तरह की घटनाएं पहले भी हुई हैं, बंगलादेश की शेख हसीना सरकार ने उस समय इसके खिलाफ कड़े कदम उठाए थे और इसे नियंत्रित किया गया था। हिंसा को रोकने के लिए कठोर कदम अब उठाए जाने की जरूरत है। हिंदुओं को बंगलादेश में शांति से रहने का हक होना चाहिए।'
यह पूछे जाने पर कि क्या केंद्र सरकार को इस मामले मे कूटनीतिक कदम उठाने की जरूरत है, पश्चिम बंगाल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ने कहा , ‘‘ सरकार कूटनीतिक कदम उठाएगी, चर्चा चल रही है। बंगलादेश सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। भारत को बंगलादेश पर और दबाव बनाना चाहिए।'' उन्होंने कहा, ‘‘ भारतीयों ने भी बंगलादेश की आजादी में योगदान दिया है। हिंदुओं ने उनकी आजादी में योगदान दिया है। बंगलादेश सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे सुरक्षित रहें।'' घोष ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि अफगानिस्तान के घटनाक्रम ने बंगलादेश में आतंकवादियों का हौसला बढ़ाया है। यह भी संभव है कि अफगानिस्तान की घटना ने आतंकवादियों का हौसला बढ़ाया हो।''
इस मुद्दे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की चुप्पी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा , ‘‘ पाकिस्तान और बंगलादेश में अल्पसंख्यकों पर होने वाले अत्याचार पर सुश्री बनर्जी चुप हो जाती हैं। वह केवल वोट बैंक की राजनीति करती हैं। क्या बंगलादेश में हिंदू बंगालियों की सुरक्षा को लेकर वह एक बयान भी नहीं दे सकती हैं?'' उन्होंने कहा कि बंगलादेश की आबादी में हिंदुओं की संख्या करीब आठ फीसदी है और वे उस देश के सामाजिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
उल्लेखनीय है कि पवित्र कुरान के अनादर के एक तथाकथित घटना के सोशल मीडिया के माध्यम से फैली अफवाहों के बाद बंगलादेश में अल्पसंख्यक हिंदू घरों, मंदिरों और दुर्गा पूजा पंडालों पर हमले होने लगे जिससे यहां अल्पसंख्यकों में भय का माहौल है।