CM हेमंत सोरेन और उनके भाई की बढ़ेगी मुश्किलें, HC ने मनी लॉड्रिंग केस की जिम्मेदारी ED को सौंपी

punjabkesari.in Friday, Apr 22, 2022 - 04:13 PM (IST)

नेशनल डेस्क: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके भाई बसंत सोरेन मुश्किल में फंस गए हैं। सोरेन परिवार पर आय से अधिक संपत्ति के मामले की याचिका पर झारखंड हाईकोर्ट ने सुनवाई की। कोर्ट ने ईडी और रजिस्ट्रार आफ कंपनीज को निर्देश दिया कि वह सीएम हेमंत सोरेन, उनके भाई बसंत सोरेन के कथित मनी लॉड्रिंग की जांच कर दो सप्ताह में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करे।

हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डा. रवि रंजन और न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद की पीठ ने जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए ईडी और रजिस्ट्रार आफ कंपनीज को उन 28 कंपनियों के जांच करने का निर्देश दिया है, जिनमें हेमंत सोरेन और उनके भाई बसंत सोरेन निवेश करते थे। सीएम सोरेन और उनके परिवार पर कथित तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग और फर्जी कंपनियों के जरिए आय से अधिक संपत्तियां जमा करने के आरोप लगे हैं। ये संपत्तियां उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से ज्यादा की हैं। इसी को लेकर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी, जिसमें कहा गया था सभी 28 कंपनियां फर्जी हैं। इन कंपनियों का कोई अस्तित्व नहीं है, ये केवल काले धन को सफल करने के लिए इस्तेमाल किया था।

​​​​​​​याचिका में कहा गया है कि सरकार के नजदीकी अमित अग्रवाल और रवि केजरीवाल के सगे संबंधी ही इस तरह की कंपनी चलाते हैं। जिनमें झारखंड से कमाई गई राशि को निवेश कर होटल, माल सहित अन्य एसेट खरीदा गया है। प्रार्थी शिव शंकर शर्मा की ओर से 28 ऐसी कंपनियों का नाम कोर्ट में दिया गया है, जो मुखौटा कंपनियां हैं और जिनमें पैसा निवेश किया गया है। इसी पर अदालत ने रजिस्ट्रार ऑफ कंपनी को प्रतिवादी बनाते हुए इन कंपनियों का जांच करने का निर्देश दिया है। ईडी को भी इन कंपनियों की जांच करनी है।


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Content Editor

rajesh kumar

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