Mata Vaishno Devi Yatra: तीन दिन तक बंद रहेगी माता वैष्णो देवी यात्रा, आया नया आदेश
punjabkesari.in Saturday, Oct 04, 2025 - 08:43 AM (IST)

नेशनल डेस्क: माता वैष्णो देवी के आस्था मार्ग पर हर साल लाखों श्रद्धालु अपने मनोवांछित फल की कामना लेकर निकलते हैं, लेकिन इस बार उनकी यात्रा में प्राकृतिक चुनौतियां भारी पड़ती दिख रही हैं। मौसम विभाग की चेतावनी के चलते माता वैष्णो देवी यात्रा को अस्थायी रूप से तीन दिनों के लिए बंद करने का फैसला लिया गया है। यह निर्णय सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए लिया गया है ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की आपदा या असुविधा का सामना न करना पड़े।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने जम्मू संभाग में अगले तीन दिनों तक तेज बारिश होने की संभावना जताई है। इस गंभीर मौसम पूर्वानुमान के मद्देनजर श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने 5, 6 और 7 अक्टूबर 2025 तक यात्रा को रोकने का आदेश जारी किया है। यात्रा अब 8 अक्टूबर से पुनः शुरू होगी। यह कदम पिछले अगस्त में हुई भीषण लैंडस्लाइड की घटना के बाद सुरक्षा को लेकर बढ़ी सतर्कता का परिणाम है। उस घटना में अर्धकुवारी के पास भारी भूस्खलन हुआ था, जिसमें लगभग तीस से अधिक श्रद्धालुओं की जान चली गई थी और व्यापक नुकसान हुआ था।
श्राइन बोर्ड के सीईओ सचिन कुमार वैश्य ने एक्स हैंडल के माध्यम से कहा कि मौसम विभाग ने भारी बारिश और भूस्खलन की चेतावनी दी है, इसलिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अस्थायी रोक जरूरी है। पिछले दिनों कटड़ा से भवन तक जाने वाले रास्ते पर चट्टानों के खिसकने और जलभराव जैसी घटनाएं देखी गईं, जिससे सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता बढ़ी है। इसलिए बोर्ड ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे इस अवधि में यात्रा का कार्यक्रम न बनाएं और मौसम सामान्य होने के बाद ही दर्शन के लिए आएं।
इससे पहले अगस्त के अंतिम सप्ताह में अर्धकुवारी के पास हुई लैंडस्लाइड ने यात्रा मार्ग को पूरी तरह प्रभावित कर दिया था, जिसके कारण श्रद्धालुओं की भारी जान-माल की क्षति हुई थी। उस त्रासदी से सीखे सबक के तहत प्रशासन ने इस बार मौसम विभाग की चेतावनी मिलते ही यात्रा रोकने का त्वरित निर्णय लिया है ताकि कोई और अनहोनी न हो।
जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में इस मौसम बदलाव का असर कई इलाकों पर महसूस किया जा सकता है और भारी बारिश की संभावना के कारण स्थानीय प्रशासन भी सतर्क है। इसलिए माता वैष्णो देवी की यात्रा इस अस्थायी रुकावट के बाद ही पुनः सुचारू रूप से चलेगी, जिससे श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।