देशबंधु कॉलेज प्रिंसिपल मामला: प्रो. ने लगाया आरोप

punjabkesari.in Thursday, Apr 26, 2018 - 09:47 AM (IST)

नई दिल्ली: डीयू से संबंधित देशबंधु कॉलेज में स्थायी प्रिंसिपल नियुक्त करने के लिए स्क्रीनिंग का काम पूरा कर लिया गया है। कॉलेज ने लंबे समय से चल रहे आवेदकों के माक्र्स को सार्वजनिक करने के बवाल से बचने के लिए वेबसाइट पर अब अंकों को भी दर्शा दिया है। बावजूद इसके मामला दोबारा गर्मा गया है। इस बार एक अन्य उम्मीदवार ने कॉलेज प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि कॉलेज में प्रिंसिपल पोस्ट के लिए जब 30 आवेदकों ने आवेदन किया था इसमें से 11 शिक्षकों को अयोग्य पाया गया तो उनके अंकों को घोषित नहीं किया गया व 19 की जगह सिर्फ 17 आवेदकों के ही अंकों को सार्वजनिक क्यों किया गया।

डीयू के हंसराज कॉलेज के हिंदी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुधांशु कुमार शुक्ला ने बताया कि उन्होंने देशबंधु कॉलेज के साथ ही रामलाल आनंद कॉलेज, किरोड़ीमल कॉलेज, रामजस कॉलेज व पीजीडीएवी कॉलेज में भी प्रिंसिपल के पद के लिए आवेदन किया था। इन सभी कॉलेजों में जब उन्हें इस पद के लिए योग्य पाया गया तो देशबंधु कॉलेज में अयोग्य घोषित कैसे किया गया। इसकी जांच की जानी चाहिए।
 
वहीं, डीयू एकेडेमिक काउंसिल के मेंबर प्रो. हंसराज सुमन का कहना है कि देशबंधु कॉलेज द्वारा जारी स्क्रीनिंग माक्र्स की लिस्ट को यूनिवर्सिटी मंगवाया जाना चाहिए ताकि जिन उम्मीदवारों ने प्रिंसिपल पोस्ट के लिए आवेदन किया है उनकी सही से जांच कर डीयू वेबसाइट पर डाला जा सके। साथ ही वीसी से मांग भी की गई है कि स्क्रीनिंग कमेटी में डीयू के सदस्यों को रखने के साथ ही ग्रीवांस कमेटी भी गठित की जाए।


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