दिल्लीः होटल-रेस्त्रां में ‘टेक अवे'' की सुविधा, ऑनर्स बोले-अब चल पाना मुश्किल होगा...लाखों होंगे बेरोजगार

punjabkesari.in Tuesday, Jan 11, 2022 - 09:23 AM (IST)

नेशनल डेस्क: रेस्तरां इकाइयों के राष्ट्रीय संगठन नेशनल रेस्टॉरेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) ने दिल्ली में कोरोना संबंधी प्रतिबंधों के तहत टेबल पर भोजन देने की सेवा पर रोक लगाने के फैसले पर गहरी निराशा जताते हुए कहा कि महामारी के दौर में पहले से प्रभावित रेस्तरां कारोबार को अब चलाना बिल्कुल मुश्किल हो जाएगा। संगठन को डर है कि इससे राजधानी में इस क्षेत्र में काम करने वाले तीन लाख से अधिक लोगों की रोजी रोटी पर आन पड़ेगी।

 

NRAI के अध्यक्ष कबीर सूरी ने दिल्ली की सरकार के सोमवार के निर्णय पर एक बयान में कहा कि covid-19 की शुरुआत से ही रेस्तरां का कारोबार सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में रहा है। महामारी की पहली और दूसरी लहर ठंडी पड़ने के बाद भी रेस्तरां का कारोबार सबसे बाद में खुला था।' उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि तीसरी लहर उससे भी ज्यादा होगी और इसमें दिल्ली सरकार ने जो दिशानिर्देश जारी किए हैं उसमें हमारे लिए अब अपने को बचा पाना मुश्किल होगा। दिल्ली सरकार ने ओमिक्रॉन की नई लहर को नियंत्रित करने के लिए होटल, रेस्तरां और बार बंद करने तथा वहां से केवल ‘टेक अवे' (भोजन पैक कर देने) की सुविधा रखने के निर्देश दिए हैं। यह निर्णय उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकारण की बैठक में लिया गया जिसमें मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और अन्य अधिकरी शामिल थे।

 

सूरी ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर भारत में रेस्तरां की राजधानी है। दिल्ली में 95,187 रेस्तरां चलते हैं इनमें 32,777 संगठित क्षेत्र में जो पदार्थ खाद्य विनियामक FSSAI और GST के नंबर के साथ चलते हैं। दिल्ली सरकार निर्णय का असंगठित क्षेत्र के कारोबार पर भी असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हमें दिल्ली के रेस्तरां में काम करने वाले 3,01,715 लोगों की चिंता है। हम नहीं चाहते कि उनको कष्ट हो लेकिन दुर्भाग्य से अब हमारे पस उनकी मदद के लिए पर्याप्त संसााधन नहीं है। बयान में कहा गया है कि पिछले साल covid-19 के दौरान देशभर में एक चौथाई रेस्तरां बंद हो गए थे और 24 लाख लोग बेरोजगार हुए हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Seema Sharma

Recommended News

Related News