प्रदूषण की दोहरी मार! दिल्ली में हवा के साथ अब पानी भी खराब, सेहत के लिए बना खतरा
punjabkesari.in Monday, Nov 10, 2025 - 05:03 PM (IST)
नेशनल डेस्क : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति गंभीर रूप ले रही है। राजधानी में हवा इतनी खराब हो चुकी है कि सांस लेना मुश्किल हो गया है। अधिकतर इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) “बहुत खराब” श्रेणी में दर्ज किया जा रहा है। वहीं, यमुना नदी में भी प्रदूषण बढ़ रहा है और झाग बनने की घटनाएं बढ़ गई हैं।
खतरनाक स्तर पर AQI
सोमवार की सुबह दिल्ली-एनसीआर के ऊपर स्मॉग की एक मोटी चादर छाई रही, जिससे दृश्यता में कमी और सांस लेने में तकलीफ़ जैसी समस्याएँ उत्पन्न हुईं। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आँकड़ों के अनुसार, शहर के अधिकांश इलाकों का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया। सुबह 7 बजे, आनंद विहार (379), आईटीओ (376), चांदनी चौक (360) और इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (T3) पर AQI 305 रहा। बवाना क्षेत्र AQI 412 के साथ सबसे प्रदूषित रहा, जो 'गंभीर' श्रेणी के करीब पहुँच गया।
यमुना नदी में जहरीला झाग, स्वास्थ्य के लिए खतरा
वायु प्रदूषण के साथ-साथ यमुना नदी में देखे जा रहे ज़हरीले सफेद झाग ने भी चिंता बढ़ा दी है। कालिंदी कुंज के पास नदी की सतह पर यह झाग साफ़ दिखाई दे रहा है। प्रशासन इस झाग को कम करने के लिए रासायनिक छिड़काव कर रहा है, लेकिन अब तक स्थिति पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है। पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार, यह झाग नदी के पानी में मौजूद अत्यधिक मात्रा में फॉस्फेट, डिटर्जेंट और औद्योगिक कचरे के कारण बनता है, जो न सिर्फ़ जलीय जीवन के लिए हानिकारक है, बल्कि आस-पास के निवासियों के स्वास्थ्य के लिए भी एक गंभीर खतरा है।
प्रशासन के प्रयास
इस संकट से निपटने के लिए दिल्ली सरकार और एनसीआर प्रशासन ने कई कदम उठाए हैं। ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के प्रावधान लागू किए गए हैं। सड़कों पर पानी का छिड़काव और डस्ट कंट्रोल मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही, वाहनों के प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए भी योजनाएँ बनाई जा रही हैं। हालाँकि, हवा में प्रदूषक कणों (PM 2.5 और PM 10) की सघनता अभी भी चिंताजनक स्तर पर बनी हुई है।
नागरिकों के लिए सलाह
प्रशासन की ओर से नागरिकों को सलाह दी गई है कि वह सुबह और शाम के समय बाहरी गतिविधियों से बचें। ज़रूरी न हो तो घर से बाहर न निकलें और मास्क पहनकर रहें। बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की अपील की गई है। बता दें कि हर साल सर्दियों के मौसम में दिल्ली की वायु गुणवत्ता में गिरावट और यमुना नदी में झाग की समस्या देखने को मिलती है।
