आज आधी रात से ठप्प हो सकती है दिल्ली मेट्रो सेवा, 9000 कर्मचारी जाएंगे हड़ताल पर
punjabkesari.in Friday, Jun 29, 2018 - 07:28 PM (IST)
नई दिल्ली : दिल्ली की लाइफलाइन कही जाने वाली मेट्रो रेल सेवा के पहिये कल यानी 30 जून से थम सकते हैं क्योंकि दिल्ली मेट्रो रेल सेवा(डीएमआरसी) के नौ हजार नान एग्जिक्यूटिव कर्मचारियों ने वेतन समेत अपनी अन्य मांगों के नहीं माने जाने पर शनिवार से हड़ताल का ऐलान किया है। मेट्रो रेल के ट्रेन आपरेटर . स्ट्रेशन नियंत्रक. तकनीशियन. रखरखाव कर्मचारी और परिचालन कर्मचारी पिछले कुछ दिनों से विरोध स्वरुप काली पट्टी बांध कर विरोध जता रहे थे।
Delhi Transport Minister directs Delhi Metro Rail Corporation's Managing Director to resolve issues concerning non-executive staff of Delhi Metro. DMRC non-executive employees have threatened to go on strike from June 30 over demands for revision of their pay grade, among others.
— ANI (@ANI) June 29, 2018
इन्होंने वेतन और पे ग्रेड पुनरीक्षण को लेकर बकाया भुगतान की मांगे नहीं माने जाने को लेकर 30 जून से हड़ताल का ऐलान कर दिया है। डीएमआरसी के करीब 12 हजार कर्मचारियों में से लगभग 9000 हजार गैर कार्यकारी कर्मचारी हैं।
दिल्ली के परिवहन मंत्री ने कर्मचारियों की मागों का समाधान निकालने का दिया निर्देश
इस बीच दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह को कर्मचारियों से जुड़ी मांगों का समाधान निकालने का निर्देश दिया है। डीएमआरसी निदेशक को लिखे पत्र में गहलोत ने प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच बातचीत की जानकारी भी मांगी है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि कर्मचारियों की मांगों को जल्द से जल्द हल करने के प्रयास किए जाएं जिससे मेट्रो के परिचालन किसी भी तरीके से प्रभावित नहीं हो। गहलोत ने कहा है कि वह जरूरत पडऩे पर कर्मचारियों की मांगों का समाधान निकालने में डीएमआरसी की मदद के लिए हस्तक्षेप करने को तैयार हैं।
मेट्रो कर्मचारियों ने पिछले साल भी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन किया था और हड़ताल की घोषणा की थी लेकिन अंतिम समय पर प्रबंधन और कर्मचारी परिषद के बीच बातचीत हो जाने से हड़ताल नहीं हुई थी। कर्मचारियों का आरोप है कि प्रबंधन ने पिछले साल जुलाई में जो समझौता किया था उसे क्रियान्वित नहीं किया गया है और अब हमें मजबूरन हड़ताल पर जाना पड़ रहा है। कर्मचारी संघ के नेताओं का कहना है कि वे पिछले दस साल से एक ही वेतन पर काम कर रहे हैं। पहले सेवा रिकार्ड संतोषजनक होने पर हर पांच साल में एक पदोन्नति दे दी जाती थी। प्रबंधन ने जो वादे पिछले साल किए वह पूरे नहीं किए।
रोजान करीब 25 लाख लोग करते हैं मेट्रों में सफर
नेताओं ने कहा कि समझौते के तहत 13500..25520 रुपए के वेतन ग्रेड को 1400..26950 रुपए के साथ मिलने का प्रबंधन ने वादा किया था जिसे पूरा नहीं किया गया। नान एग्जिक्यूटिव नेताओं का कहना है कि वह 20600..46500 रुपए पे ग्रेड की मांग कर रहे हैं। मेट्रो रेल की यदि हड़ताल हुई तो राजधानी में सड़कों पर अफरा तफरी की आशंका है। दिल्ली परिवहन निगम की बसों की संख्या पहले ही बहुत कम है। मेट्रो रेल से रोजाना करीब 25 लाख से अधिक यात्री सफर करते हैं। ऐसे लोगों के अपने वाहन का इस्तेमाल करने पर सड़कों पर यातायात की समस्या का सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है।