बुलेट ट्रेन को लेकर सर्वे हुआ पूरा, दिल्ली से हावड़ा पहुंचने में लगेंगे अब कुछ घंटे, जानें पूरा रुट
punjabkesari.in Saturday, Jul 12, 2025 - 05:39 PM (IST)

नेशनल डेस्क : दिल्ली से हावड़ा के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन को लेकर एक बड़ी और राहत भरी खबर सामने आई है। रेलवे ने इस हाई-स्पीड ट्रेन परियोजना के लिए बिहार में सर्वे का काम पूरा कर लिया है। खास बात यह है कि यह बुलेट ट्रेन पटना से होकर गुजरेगी, जिससे बिहार सीधे देश के दो प्रमुख महानगरों दिल्ली और हावड़ा से जुड़ जाएगा। 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने वाली यह ट्रेन दिल्ली से हावड़ा के बीच की दूरी को महज 6 घंटे में तय करेगी, जो अभी लगभग 17 से 18 घंटे में पूरी होती है।
कुछ ही घंटों में दिल्ली से हावड़ा
यह बुलेट ट्रेन दिल्ली से चलकर पश्चिम बंगाल के हावड़ा स्टेशन तक जाएगी और इस दौरान कई प्रमुख शहरों को जोड़ेगी। दिल्ली से रवाना होने के बाद यह ट्रेन आगरा कैंट, कानपुर सेंट्रल, अयोध्या, लखनऊ, वाराणसी और फिर पटना होते हुए आसनसोल और अंत में हावड़ा पहुंचेगी। इस रूट में उत्तर प्रदेश के पांच बड़े स्टेशन, बिहार में पटना और पश्चिम बंगाल के दो प्रमुख स्टेशन शामिल होंगे।
इस बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत कुल 9 स्टेशन बनाए जाएंगे और पूरा रूट लगभग 1669 किलोमीटर लंबा होगा। रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रेन यह सफर लगभग 6 घंटे 30 मिनट में पूरा करेगी। अगर सिर्फ दिल्ली से पटना की दूरी की बात करें, तो 1078 किलोमीटर की यह यात्रा महज 4 घंटे में पूरी हो सकेगी। वहीं, पटना से हावड़ा की 578 किलोमीटर की दूरी केवल 2 घंटे में तय की जा सकेगी। इसका मतलब है कि अब लंबी दूरी की यात्रा के लिए रातभर की ट्रेनों पर निर्भर रहना जरूरी नहीं होगा – कुछ ही घंटों में यात्री अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। इस मेगा प्रोजेक्ट को दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में दिल्ली से वाराणसी तक का कार्य होगा और दूसरे चरण में वाराणसी से हावड़ा तक का निर्माण किया जाएगा। अनुमान है कि इस बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की कुल लागत लगभग 5 लाख करोड़ रुपये होगी।
पूरा हुआ सर्वे
बिहार में इस परियोजना को लेकर जमीन और रूट का सर्वे पूरा हो चुका है और इसकी रिपोर्ट रेलवे मंत्रालय को सौंप दी गई है। खास बात यह है कि पटना में ट्रेन के लिए लगभग 60 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड ट्रैक बनाया जाएगा, जिससे शहरी क्षेत्र में ट्रैफिक बाधित न हो।
इस हाई-स्पीड ट्रेन के शुरू होने से दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के बीच तेज़, सीधी और भरोसेमंद कनेक्टिविटी बन जाएगी। इससे यात्रियों को समय की बचत होगी, वहीं व्यापार, उद्योग और पर्यटन को भी जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। राजधानी से जुड़े छोटे-बड़े शहरों तक तेज़ रफ्तार में पहुंच पाना अब केवल सपना नहीं, बल्कि जल्द ही एक हकीकत बनने जा रहा है।