आंतरिक रिपोर्ट में गड़बड़ी से टेंशन में BJP

punjabkesari.in Monday, Aug 27, 2018 - 12:18 PM (IST)

नई दिल्ली (नवोदय टाइम्स) : आंतरिक रिपोर्ट में गड़बड़ी को लेकर जताई गई आशंका को देखते हुए अब भाजपा दिल्ली में अपने सातों सांसदों की स्थिति को परखने के लिए ‘बाहरी’ सर्वे कराएगी। सर्वे में सभी सातों सांसदों के काम, उनके इलाके के लोगों के बीच सांसदों की स्थिति के साथ-साथ केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में लोगों के बीच कितना प्रचार किया गया है और उनके क्रियान्व्यन में भी सांसदों की भूमिका को जांचा जाएगा। सर्वे रिपोर्ट को दिल्ली प्रदेश इकाई व राष्ट्रीय अध्यक्ष को सौंपने की योजना है। एक पखवाड़े के भीतर होने वाला यह सर्वे एक सितंबर से आरंभ किया जाएगा। 

उल्लेखनीय है कि भाजपा की विभिन्न राज्यों में सांसदों, विधायकों व प्रदेश कार्यकारिणी के कार्य की समय-समय पर समीक्षा की जाती है। हाल ही में दिल्ली प्रदेश इकाई व सातों सांसदों के काम-काज व जनता में उनकी लोकप्रियता को लेकर पार्टी ने आंतरिक समीक्षा रिपोर्ट भी तैयार की थी। जिसमें पार्टी की दिल्ली में स्थिति को लेकर नकारात्मक जानकारी मिलने पर संघ ने भी अपने स्तर पर चिंता जताई थी। 

पार्टी पदाधिकारी के अनुसार एक सितंबर से पार्टी एक बाहरी कंसलटेंसी एजेंसी के जरिए सर्वे कराएगी। जिसमें दिल्ली सातों संसदीय सीटों पर अलग-अलग सर्वे होगा। ताकि सांसदों के कार्य, उनकी लोकप्रियता, काम करने के तरीके, जनता में केंद्र सरकार की योजना के प्रति आकर्षण व उसके लाभ तथा योजनाओं के क्रियान्व्यन पर जनता की राय आदि को जाना जाएगा। 

पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी के अनुसार 1 से पंद्रह सितंबर तक यह सर्वे कराया जाएगा। चूंकि 2014 में भाजपा ने दिल्ली की सभी सातों संसदीय सीट पर जीत हासिल की थी,इसलिए आगामी लोकसभा चुनाव में उसे बरकरार रखने के लिए भाजपा कड़ी चुनौतियों का सामना कर रही है। बताया जाता है कि सर्वे रिपोर्ट के बाद सांसदों को बदलना है या सीटें परिवर्तित करनी हैं अथवा नए चेहरों को अवसर दिया जाना है, इस पर भी विचार हो सकता है। क्योंकि भाजपा को दिल्ली में मुख्यरूप से कांग्रेस व आप से चुनौती मिलेगी और इन पार्टियों के आंतरिक सर्वे में दावा किया गया है कि वे सात में से अधिकतर सीटों पर जीत रहे हैं। आप ने भी पांच सीटों पर जीत का दावा किया है, जबकि पिछले चुनाव में उसे एक पर भी जीत नहीं मिली थी। 


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Anil dev

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