दिल्ली एयरपोर्ट पर ATS सिस्टम हुए फेल, 100 से ज्यादा फ्लाइट्स लेट, वर्ल्ड चैंपियन महिला खिलाड़ी भी फंसीं
punjabkesari.in Friday, Nov 07, 2025 - 10:18 AM (IST)
नेशनल डेस्क। नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर आज सुबह एयर ट्रैफिक सिस्टम (ATS) में आई तकनीकी खराबी के कारण हवाई यात्रा बुरी तरह प्रभावित हुई है। इस बड़ी गड़बड़ी के चलते कई रूटों की 100 से अधिक उड़ानें प्रभावित हुई हैं जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
तकनीकी खराबी और यात्रियों की परेशानी
दिल्ली एयरपोर्ट पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) सिस्टम में सॉफ्टवेयर संबंधी खराबी आने की सूचना है। इस खराबी के कारण उड़ानों की टेकऑफ और लैंडिंग पर रोक लग गई है या उनमें देरी हो रही है।दिल्ली एयरपोर्ट के आधिकारिक 'एक्स' हैंडल ने इस तकनीकी खराबी की पुष्टि करते हुए बताया कि डायल (DIAL) सहित सभी हितधारकों की टीम इस समस्या को जल्द से जल्द हल करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है।
यात्रियों को सलाह
एयर इंडिया स्पाइसजेट और इंडिगो जैसी एयरलाइंस ने यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया है और उन्हें अपनी उड़ान संबंधी नवीनतम जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइन्स के संपर्क में रहने की सलाह दी है।
Passenger Advisory issued at 08:34 Hours#DelhiAirport #PassengerAdvisory #DELAdvisory pic.twitter.com/ckfpibIazv
— Delhi Airport (@DelhiAirport) November 7, 2025
क्रिकेट चैंपियन खिलाड़ियों को भी करना पड़ा इंतज़ार
इस तकनीकी खराबी ने आम यात्रियों के साथ-साथ हाल ही में विश्व कप जीतने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम के सदस्यों को भी प्रभावित किया। क्रिकेट वर्ल्ड चैंपियन टीम की सदस्य अमनजोत कौर और हरलीन देओल दिल्ली से चंडीगढ़ जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6E 2316 से यात्रा करने वाली थीं।
यह भी पढ़ें: सावधान! ज़्यादा एंटीबायोटिक खाने वालों पर मंडरा रहा इस नई बीमारी का खतरा, अब जरा संभल जाइए
यह फ्लाइट सुबह 7:40 बजे उड़ान भरने वाली थी लेकिन ATC की खराबी के कारण इसमें भारी विलंब हो गया। दोनों खिलाड़ियों को दिल्ली एयरपोर्ट पर इंतज़ार करना पड़ रहा है जबकि चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर पंजाब सरकार के मंत्री, परिवार के सदस्य और समर्थक उनका घंटों से इंतज़ार कर रहे हैं।
फिलहाल एयरपोर्ट प्रबंधन और तकनीकी टीमें इस सॉफ्टवेयर समस्या को जल्द से जल्द ठीक करने में जुटी हैं ताकि हवाई संचालन को सामान्य किया जा सके।
