ऑनलाइन Flipcart से मंगवाया तेजाब, लड़की के घर से बाहर आते ही फेंक दिया एसिड… ऐसे रची थी साजिश
punjabkesari.in Thursday, Dec 15, 2022 - 08:46 AM (IST)

नेशनल डेस्क: पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर में बुधवार सुबह स्कूल जाने के लिए घर से निकली 17 वर्षीय लड़की पर बाइक सवार दो नकाबपोश व्यक्तियों ने तेजाब फेंक दिया, जिसके बाद उसे गंभीर हालत में सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने यह जानकारी दी। तेजाब हमले को लेकर लोगों में आक्रोश है और लोग प्रतिबंध के बावजूद बाजार में तेजाब की उपलब्धता को लेकर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि इस घटना के सिलसिले में तीन लोगों.... मुख्य आरोपी सचिन अरोड़ा और उसके दो मित्रों हर्षित अग्रवाल (19) और विरेन्द्र सिंह (22) को गिरफ्तार किया गया है।
आरोपी से पूछताछ में पता चला है कि उन्होंने यह एसिड मात्र 280 रुपए खर्च कर ऑनलाइन शॉपिंग साइट फ्लिपकार्ट के जरिए ऑर्डर करके मंगवाया था। यह जानकारी स्पेशल सीपी दिल्ली पुलिस डॉ सागर प्रीत हुड्डा ने दी है।
पुलिस के मुताबिक, एसिड अटैक से पहले मुख्य आरोपी सचिन ने अपने दोस्त हर्षित संग मिलकर पूरी प्लानिंग की इसके बाद उसी के तहत हर्षित संग बाइक पर पीछे बैठकर सचिन लड़की के सामने पहुंचा और तेजाब फेंक कर फरार हो गया। पूछताछ में आरोपी सचिन और पीड़ित लड़की दोनों पहले से दोस्त थे और एक महीने पहले दोनों की दोस्ती टूट गई थी। पीड़िता उससे बात तक नहीं करना चाहती थी। इसी के चलते आरोपी ने लड़की पर तेजाब फेंक दिया। फिलहाल, सफदरजंग अस्पताल के बर्न वार्ड में पीड़िता एडमिट है। डॉक्टर का कहना है कि लड़की के चेहरा सात से आठ प्रतिशत झुलस चुका है और उसकी आंखें भी प्रभावित हुए हैं।
तेजाब हमले की शिकार 17 वर्षीय किशोरी के पिता का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि ऐसा कौन कर सकता है और उनकी बेटी ने कभी किसी प्रकार के उत्पीड़न की शिकायत नहीं की। पीड़िता के पिता ने कहा कि मेरी बेटी सुबह साढ़े सात बजे घर से निकली थी। जैसे ही वह सड़क पार कर रही थी, उस पर हमला किया गया। यह घटना उसके घर से निकलने के छह से सात मिनट के भीतर हुई। मेरी सबसे छोटी बेटी उसके साथ गई थी और फिर दौड़कर हमारे पास आई। यह पूछे जाने पर कि क्या उसे कोई परेशान कर रहा था या कोई उसका पीछा कर रहा था, उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसी कोई शिकायत नहीं है। पीड़िता के पिता ने कहा कि मेरी बेटी ने मुझे बताया कि बदमाशों ने आकर तेजाब फेंका और वह उन्हें देख नहीं पाई।