सीवर की समस्या से जल्दी छुटकारा पाएंगे दिल्ली के लोग!

punjabkesari.in Tuesday, Sep 05, 2017 - 05:18 PM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली को खुले सीवर से जनित गंदगी की समस्या से मुक्त कराने के लिए बड़े मल शोधन संयत्रों (एसटीपी) की जगह कम क्षमता वाले छोटे एसटीपी सभी कालोनियों में लगाए जाएंगे। इस बाबत दिल्ली जलबोर्ड ने विकेन्द्रीकृत एसटीपी योजना को लागू करने की रूपरेखा बनाई है। जलबोर्ड के अधिकारी इसे आगामी शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समक्ष पेश करेंगे। केजरीवाल ने कल जल मंत्री का कार्यभार संभालने के बाद नयी दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) क्षेत्र में तीन विकेन्द्रीकृत एसटीपी का आज दौरा कर जल बोर्ड के अधिकारियों को इस तरह के एसटीपी को दिल्ली में सीवर जनित गंदगी की समस्या का एकमात्र समाधान बताया।

एनडीएमसी ने 12 स्कूलों को चिन्हित कर इनमें 100 से 500 केएलडी शोधन क्षमता वाले छोटे एसटीपी लगाने की योजना को लागू किया है। इसके तहत इस तरह के तीन एसटीपी कार्यरत हो चुके हैं। केजरीवाल ने नेहरू पार्क, सत्य सदन और गोल मार्केट स्थित राजकीय विद्यालयों में इन एसटीपी का आज जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने जल बोर्ड को अनधिकृत कालोनियों और झुग्गी बस्ती इलाकों में प्राथमिकता के आधार पर छोटे एसटीपी लगाने को कहा।  

इससे पहले जल बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ केजरीवाल ने कल बैठक आहूत कर विकेन्द्रीकृत एसटीपी योजना को लागू करने की तैयारियों का जायजा लिया था। बैठक में मौजूद जलबोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसकी विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर ली गयी है इससे मुख्यमंत्री को आगामी शुक्रवार को अवगत कराया जायेगा। इस योजना के तहत जलबोर्ड दिल्ली की सभी कालोनियों और प्रमुख संस्थानों में छोटे एसटीपी लगायेगा। इससे न सिर्फ बड़े पैमाने पर सीवर के शोधन का काम पूरा होगा बल्कि भारी मात्रा में शोधित जल का उत्पादन हो होगा, जिसका इस्तेमाल बागवानी में किया जा सकेगा।  


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